हरियाणा के रोहतक जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया जहां पर 15 दिनों से लापता हुए भाई की तलाश करते हुए बहन मंगलवार दोपहर जवाहरलाल नेहरू नहर पर पहुंच गई. जहां पर 2 लोगों के शव बहकर आए थे.
उसमें से एक व्यक्ति के शव को अपना भाई का समझ कर बिलख बिलख कर खूब रोइ. पूरे परिवार को बुलाया गया. इसके बाद पूरे परिवार में भी मातम छा गया. बाद में पता चला कि यह शव उसके भाई का नहीं है. तब जाकर पूरा परिवार शांत हुआ.
बता दें कि दोपहर के बाद कुछ राजगीर जेएलएन नहर के पास से गुजर रहे थे. उन्होंने देखा कि नहर में एक व्यक्ति का अर्धनग्न शव झाड़ी में फंसा हुआ है. जो कई दिनों पुराना लग रहा था. इसी दौरान जेएलएन के पास से गुजर रही भालोठ ब्रांच में भी एक शव दिखाई दिया.
जो वहां पर कबाड़ में फंसा हुआ था. दोनों नेहरों में दो शव मिलने से सनसनी फैल गई. मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. इसी दौरान गढी मोहल्ला की रहने वाली किशनी नाम की महिला भी वहां पहुंच गई.
उसका 50 वर्षीय भाई पिछले 15 दिनों से लापता है. किशनी जेएलएन नहर में मिले शव को अपने भाई रामधारी का समझ लिया. क्योंकि दोनों का हुलिया काफी मिलता-जुलता था.
नहर में भाई का शव समझकर वह पटरी पर बैठकर खूब रोने लगी. अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी इस बारे में सूचना दें. रामधारी के बेटा बहू और परिवार के अन्य सदस्य भी वहां पहुंच गए. करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद शव को बाहर निकाला गया.
तब तक पूरे परिवार में मातम पसरा रहा, शव निकालने के बाद पुलिस ने उसकी शिनाख्त कराई. फिर जो हुआ उसे देखकर पुलिस भी हैरान रह गई.
जिस शव को अपने भाई का समझकर उसकी बहन और परिवार के अन्य सदस्य रो रहे थे वह किसी और का ही शव निकला. जिस पर जलने के निशान थे. उसके बाद जाके परिवार ने राहत की सांस ली.