महामारी की बढ़ती रफ्तार को देख उत्तराखंड सरकार द्वारा लिया गया बड़ा फैसला। हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए उन्हीं श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा जिनकी महामारी की रिपोर्ट नेगेटिव होगी। हरियाणा से हरिद्वार जाने वाले श्रद्धालुओं को टिकट तभी दिया जाएगा जब वे बस कंडक्टर को अपनी नेगेटिव रिपोर्ट दिखाएंगे। अगर कोई व्यक्ति बस में चढ़ जाता है तो उसे उत्तराखंड में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
अगर कोई यात्री बिना रिपोर्ट लिए आता है तो वहीं पर उसका टेस्ट करवाया जाएगा। उसके बाद ही उत्तराखंड में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
महामारी के समय में भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। उत्तराखंड सरकार किसी भी तरह से खतरा मोल नहीं ले सकती। रविवार को कुछ ऐसा ही देखने को मिला, यात्रियों से भरी एक बस को हरिद्वार के बॉर्डर पर ही रोक लिया गया। जब तक ड्राइवर और कंडक्टर ने अपनी जांच रिपोर्ट नहीं दिखाई तब तक बस को वहीं रुकवाकर रखा और सभी यात्रियों का टेस्ट किया गया।
करीब 3 घंटे तक लाइन में लगकर यात्रियों ने अपना टेस्ट करवाया। काफी मुश्किलों के बाद यात्रियों को उत्तराखंड में प्रवेश की अनुमति दी गई। वहीं हरिद्वार प्रशासन ने भी यह स्पष्ट कर दिया कि हरिद्वार में प्रवेश की अनुमति उसी व्यक्ति को दी जाएगी जिसके पास जांच की रिपोर्ट होगी। अन्यथा किसी को भी हरिद्वार में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रोहतक से हरिद्वार के लिए सुबह 4:50 पर बस चलती है। उत्तराखंड सरकार ने लगातार बढ़ती भीड़ को देख महामारी की जांच की रिपोर्ट साथ लाने के निर्देश दिए हुए हैं। रविवार को रोहतक से हरिद्वार जाने वाली बस को उत्तराखंड की सीमाओं पर ही रोक लिया गया क्योंकि बस ड्राइवर और कंडक्टर समेत यात्रियों के पास जांच की रिपोर्ट नहीं थी। ऐसे में बॉर्डर पर तैनात कर्मचारियों ने सभी का टेस्ट करवाया और उसके बाद ही बस को उत्तराखंड में प्रवेश मिला।
फिलहाल उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा पर रोक लगा रखी है। ऐसे में अगर कोई भी कावड़ लेने हरिद्वार आएगा तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुकदमा दर्ज करने के साथ उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भी किया जा सकता है। फरीदाबाद की बात करें तो यहां कावड़ यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। कोई भी व्यक्ति कावड़ यात्रा लेकर हरिद्वार नहीं जा सकता। अगर कोई जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
रोहतक के रोडवेज डिपो के जीएम राहुल मित्तल ने बताया कि उत्तराखंड सरकार की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि ड्राइवर और कंडक्टर के साथ-साथ बस यात्रियों के पास जांच की रिपोर्ट होनी चाहिए। इस बारे में आवश्यक दिशा–निर्देश भी जारी किए जाएंगे। यात्रियों से अपील है कि वह बस में सफर करते समय अपनी जांच रिपोर्ट अवश्य लेकर आएं।