बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने जब कश्मीर में मारे गए कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता के पक्ष में आवाज उठाते हुए अपनी एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, तो सोमवार को हुई पंडिता की आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या एक बार फिर से चर्चा में है |
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों द्वारा सरपंच अजय पंडिता की हत्या किए जाने के बाद से स्थानीय लोगों में डर बढ़ गया है। घाटी में इस तरह आतंकियों के द्वारा कश्मीरी पंडित सरपंच की हत्या किए जाने के बाद बाकी सरपंचों में भी डर बढ़ गया है |
यही कारण है कि घाटी के कई कश्मीरी पंडित, पंच और सरपंच अपना घर छोड़ जम्मू की ओर शिफ्ट हो गए हैं, ताकि सुरक्षित रह सकें। वहीं, दूसरी ओर सरपंच अजय पंडिता की बेटी शीन पंडिता ने आतंकवादियों द्वारा पिता की हत्या किए जाने के बाद भी कठोर शब्दों में कहा है कि हम कश्मीर वापस जाएंगे। न मेरे पिता किसी से डरते थे, न मैं किसी से डरती हूं।
निडर शीन पंडिता सरकार से नाराज हैं क्योंकि उन्होंने उनके पिता की सुरक्षा नहीं की, जबकि अजय पंडिता सरकार से कई बार अपनी सुरक्षा की मांग कर चुके थे। शीन पंडिता ने कहा कि मेरे पिता ने सुरक्षा मांगी थी, कोई भी इंसान बिना वजह सुरक्षा नहीं मांगता। उन्होंने किसी वजह से सुरक्षा मांगी थी। सरकार की जिम्मेदारी थी, उनको सुरक्षा देना। जो चीज उनको मिलनी चाहिए थी, वो चीज वो मांग रहे थे, लेकिन मांगने के बाद भी नहीं मिली। शीन पंडिता ने पिता सरपंच अजय पंडिता के बारे में बताया कि मेरे पिता ने अपने नाम के आगे भारतीय लगा दिया था। वो कहते थे अगर मुझे कभी कुछ होगा तो मेरी पहचान भारतीय होनी चाहिए। वो देश से बहुत प्यार करते थे। मेरे पिता ने सिर्फ खुद से नहीं, पूरे देश से प्यार किया।
अजय पंडिता की बेटी ने कहा कि मेरी सरकार से गुजारिश है कि वो मेरे पिता के हत्यारों को ढूंढे। और कहा की कश्मीरी पंडितों के जाने के बाद भी मेरे पिता ने यहां पर सेवा की। वो और भी ज्यादा सेवा करना चाहते थे। मेरे पिता को जिन्होंने मारा, उनको कोई डर नहीं है। वो सामने आकर बोले- हां, हमने किया। सरपंच की बेटी ने कहा कि मेरे पिता छोटे से गांव के सरपंच थे। आतंकियों को क्या जरूरत पड़ी थी, उनको मारने की। मेरे पिता को इस वजह से मारा गया क्योंकि वो एक पंडित थे। इस देश का फर्ज है कि अब वो मेरे पिता के हत्यारों को ढूंढे। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने धारा 370 हटने का इंतजार नहीं किया। वो बहादुर थे। 370 जब हटा था तो मैंने अपने पिता को कहा था कि 370 हट गया। तब मेरे पिता ने कहा था कि एक धारा ही तो थी। हट गया तो ठीक है। अगर कुछ हुआ तो हम खुश हो जाएंगे। अगर नहीं हुआ तो हमलोग देश के लिए हैं।
सरपंच की बेटी ने कहा कि मेरे पिता निडर थे, हमारा पूरा परिवार निडर है। हम फिर वहां वापस जाएंगे। हम किसी से नहीं डरते हैं। वो हमारी मातृभूमि है। हम वहां वापस क्यों न जाएं। लोगों को सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बता दें कि अजय पंडिता का संबंध कांग्रेस पार्टी से था, जिसके बाद से ही घाटी में सुरक्षा को लेकर सवाल हो रहे हैं और देश की सियासत गरमाई हुई है। अजय पंडिता को आतंकियों ने उनके घर के पास ही गोलियों से भून दिया था, अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। अभी पुलिस इस मामले की पूरी जांच पड़ताल कर रही है।
अजय पंडिता का संबंध कांग्रेस पार्टी से था, ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर उनकी हत्या पर दुख व्यक्त किया। राहुल गांधी ने लिखा था कि अजय पंडिता ने कश्मीर में लोकतांत्रित व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी जान दे दी। इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार और दोस्तों के साथ खड़ा हूं। हिंसा की कभी जीत नहीं हो सकती। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सरपंच अजय पंडिता की हत्या पर कहा कि अजय पंडिता का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उनकी हत्या, कश्मीर में आम लोगों में डर और विभिन्न वर्गों में नफरत पैदा करने की एक साजिश है।
बता दें कि कोरोना वायरस की मार के बीच कश्मीर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। आतंकवादी घाटी में शांति भंग करने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षाबल दहशतगर्दों पर करारा प्रहार कर रहे हैं और महज चार दिन के अंदर 15 आतंकियों को मारा जा चुका है, लेकिन ये आतंकवादी आम नागरिकों से लेकर एक्टिविस्ट और सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं। खासकर, दक्षिण कश्मीर में इनदिनों आतंकियों की सक्रियता काफी बढ़ गई है।
आतंकवादि आम नागरिकों को हर दिन धमकी दे रहे है की बाहर से आए लोगों की मद्द ना करें | हालांकि, घाटी में नागरिकों के साथ सामंजस्य बिठाने में तो सुरक्षाबल कामयाब रहे, पर पूरी तरह काबू पाना उनके लिए भी चुनौतीपूर्ण रहा है। हालात ये हो गए हैं कि विशेषकर साउथ कश्मीर हॉटबेड बन गया है।
Written by- Prashant K Sonni