औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम को मेट्रो के जरिए कनेक्ट करने का तेजी से किया जा रहा प्रयास

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फरीदाबाद, गुरुग्राम के व अन्य लाखों लोगों को अब खुशी की खबर सुनने को मिलेगी। औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम के बीच मेट्रो रूट बनाए जाने का प्रयास जोरों पर है। बता दें की फरीदाबाद व गुरुग्राम के बीच मेट्रो चलाए जाने का प्रस्ताव साल 2016 में रखा गया था, जिसे अब पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

विधायक सीमा त्रिखा, फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल तथा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गरिमा मित्तल द्वारा बुधवार को प्रस्तावित रूट का निरीक्षण किया गया। बाटा से हार्डवेयर चौक, प्याली चौक, अनाज मंडी रोड, मस्जिद, जमाई कालोनी,

औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम को मेट्रो के जरिए कनेक्ट करने का तेजी से किया जा रहा प्रयास

गुरुग्राम रोड और फिर पाली तक का निरीक्षण विधायक व अन्य सभी अधिकारियों ने किया। बाटा मेट्रो स्टेशन से लेकर पाली चौक तक प्रस्तावित मेट्रो रूट को देखते हुए इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया की कही इस रास्ते में कोई अड़चन न आए।

बता दें कि वर्ष 2016 में सीमा त्रिखा के आग्रह पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बड़खल रैली में औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम के बीच मेट्रो चलाने की घोषणा की थी, जिसके बाद डीएमआरसी से डीपीआर भी तैयार करवाई गई थी। मेट्रो के जरिए फरीदाबाद और गुरुग्राम को जोड़ने के कार्य का प्रयास किया जा रहा है। परियोजना का रूट फाइनल होने पर औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम को मेट्रो द्वारा जोड़ने का कार्य शुरू हो जाएगा।

औद्योगिक नगरी फरीदाबाद व साइबर सिटी गुरुग्राम को मेट्रो के जरिए कनेक्ट करने का तेजी से किया जा रहा प्रयास

दोनों शहरों के बीच 32.14 किलोमीटर का रूट होगा, जिस पर कुल 11 स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। फरीदाबाद में पांच व गुरुग्राम में छः स्टेशन बनाए जायेंगे। फरीदाबाद में यह रूट बाटा मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा, प्याली चौक और मस्जिद चौक पर उसके बाद स्टेशन बनेंगे। पाली व मंगार चौक पर स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है। इसी तरह गुरुग्राम ने भी छः मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। जिनमें 9 मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड तथा दो स्टेशन भूमिगत होंगे। फरीदाबाद और गुरुग्राम को कनेक्ट करने की इस पूरी परियोजना पर कुल 5900 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।