अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की ‘गुलाबो सिताबो ‘जानिए इस फिल्म की कहानी और कमाई।

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एक और नई कामेडी कहानी के साथ लेकर आ रहे हैं आप सभी के और हम सभी के चहेते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की बहुचर्चित फिल्म गुलाबो सिताबो अब अमेजन प्राइम वीडियो पर 200 देशों में और 15 भाषाओं के सबटाइटल्स के साथ रिलीज़ हो गई है। ‘गुलाबो सिताबो’ फिल्म की कहानी जूही चतुर्वेदी ने लिखी है और शूजित सरकार इसे डायरेक्ट किया है।

अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की 'गुलाबो सिताबो 'जानिए इस फिल्म की कहानी और कमाई।

कयोंकि कारोनो वायरस और देश लॉकडाउन के चलते देशभर के सभी सिनेमा हॉल बंद हैं, इसलिए OTT प्लेटफॉर्म पर फिल्में रिलीज होने जा रही हैं। हालांकि इस बीच लोगों के मन में यह ख्याल भी आया कि लंबे समय से चर्चा में रही गुलाबो सिताबो ने कितने पैसे कमाए हैं?

गुलाबो सीताबो स्टार कास्ट –
प्रकाश नाथ द्विवेदी ‘मुनीश’ उर्फ गुलाबो के रूप में अमिताभ बच्चन
सुनील कुमार शुक्ला ‘दानिश’ उर्फ सीताबो के रूप में आयुष्मान खुराना
दिग्विजय दत्ता के रूप में नलनेश नील

आइए अब बात करते हैं इस फिल्म की कहानी और बजट और कमाई के बारे में…

अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की 'गुलाबो सिताबो 'जानिए इस फिल्म की कहानी और कमाई।

सबसे पहले हम बात करते हैं इस फिल्म के बजट के बारे मे तो वह 25-30 करोड़ रुपए बताया जा रहा है। लेकिन अब बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रिपोर्ट तो आ नहीं रही है क्योंकि लाकडॉऊन की वजह से सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज नहीं हो रही है। वहीं फिल्म के प्रमोशन में कुछ खास खर्च हुआ नहीं है। सूत्रों का यह कहना है कि अमेजन प्राइम वीडियो ने फिल्म को लगभग 61 करोड़ रुपए में खरीदा है। इस तरह फिल्म अच्छे-खासे फायदे में गई है।

अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की 'गुलाबो सिताबो 'जानिए इस फिल्म की कहानी और कमाई।

गुलाबो सिताबो’ की कहानी
शूजित सरकार की निर्देशन मे गुलाबो सिताबो के फिल्म का मुख्य किरदार एक हवेली है। इसमें पुरी कहानी अमिताभ और आयुष्मान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो मिर्जा और बांके के रूप में नजर आते हैं। निर्देशक शुजीत सरकार ने इस कहानी को एक बेहद ही अनोखे अंदाज में पेश किया है। इस फिल्म मे 78 साल के लालची, झगड़ालू, कंजूस और चिड़चिड़े स्वभाव के मिर्जा की जान उस हवेली में बसती है। हवेली मिर्जा की बीवी फातिमा की पुश्तैनी जायदाद है, इसीलिए इसका नाम फातिमा महल है।

मिर्जा पैसों के लिए हवेली की पुरानी चीजों को चोरी से बेचता रहता है। उसे खुद से 17 साल बड़ी फातिमा के मरने का इंतजार है ताकि हवेली उसे मिल सके। इस हवेली में कुछ किराएदार हैं जिसमें से एक है बांके रस्तोगी और इनका परिवार। मिर्जा को हमेशा पैसों की किल्लत रहती और वो हमेशा इन किराएदारों से किराए का तकाजा करता रहता है। बांके के साथ मिर्जा की बिल्कुल नहीं जमती।

Written by- Abhishek