सोमवार को जापान से गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ओलंपिक में मेडल जीतकर भारत लौट आए। गांव खंडरा से माता–पिता और चाचा बेटे नीरज से मिलने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर प्रशंसकों के सैलाब की सूचना पाकर परिवार होटल की ओर रवाना हो गए। परिवार को बताया गया कि एयरपोर्ट पर नीरज से मिलना संभव नहीं है। होटल पहुंचने पर प्रशंसक भी वहीं पहुंच गए। वहां माता–पिता और चाचा नीरज से सिर्फ 10 मिनट ही मिल सके। तीनों को देख नीरज बहुत खुश हुआ और उनके चरण स्पर्श किए।
उसके बाद मां के गले में मेडल डाल कहा कि कर दिया सपना पूरा। इसके बाद पिता के गले में मेडल डाल दिया और पिता ने बेटे की पीठ थप–थपाई। पूरा होटल तालियों से गूंज उठा। वहीं एयरपोर्ट पर दोस्तों ने नीरज को कंधे पर उठा लिया।
मां ने अपने हाथ से खिलाया चूरमा
नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि उनके भतीजे नीरज को चूरमा बेहद पसंद है। इसलिए उसी होटल में ताजा चूरमा के बारे में पूछा गया तो स्टाफ ने बताया कि यहां के शेफ को चूरमा बनाना आता है। फिर मां सरोज ने वहीं चूरमा बनवाया और बेटे के आने पर उसे अपने हाथ से खिलाया।
मां ने पहले ही कहा था कि बेटे से मिलने पर उसे चूरमा जरूर खिलाऊंगी। बेटे से मिलने पर पिता भावुक हो गए। कुछ देर तक मेडल अपने गले में डाले रखा और मेडल को बार–बार छू कर देखते। फिर बेटे की तरफ देख मुस्कुराते।
सोमवार शाम नीरज चोपड़ा दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर निकले तो एथलेटिक्स हरियाणा एसोसिएशन के सदस्ययों ने गर्म जोशी से उनका स्वागत किया। एसोसिएशन के महासचिव राजकुमार मिटान ने फूल–माला पहनाई। दोस्त सन्नी ने नीरज को कंधे पर उठा लिया।
तब नीरज हंसकर बोले आप जैसे भाई बस साथ रहे, मेहनत काम आई। भाई बात बन गई। हर कोई नीरज से हाथ मिलाना चाहता था। सीनियर जैवलिन थ्रोअर कृष्ण मिटान, दोस्त डॉ. नरेद्र मोर, प्रदीप मलिक और मनीष तरार ने नीरज का फूल-मालाओं से स्वागत किया। नीरज के गले मिले और बोले कि मेडल जीतकर हसरत पूरी कर दी।
खंडरा में स्टेडियम की मांग
खंडरा गांव के इंद्र मराठा ने मांग की कि खंडरा गांव में भी स्टेडियम बनाया जाना चाहिए। पानीपत के बेटे ने देश को गोल्ड मेडल दिलाया है। सरकार ने पालिसी के अनुसार घोषणा की है कि पंचकूला में स्टेडियम बनाए। साथ ही एक स्टेडियम खंडरा में भी बना सकते हैं। गांव को नीरज की सफलता का इनाम मिले, इस पर उनका पूरा अधिकार है।
श्री छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल नेशनल कमेटी के अध्यक्ष विजय नवल पाटिल नीरज चोपड़ा का स्वागत करेंगे। प्रकाश नाइक ने बताया कि रोड़ मराठा ने यह उपलब्धि हासिल की है। भाले से देश को जिताया है। उन्हें अपने बेटे पर गर्व है।
गांव को था बेटे का इंतजार
पूरे खंडरा गांव को बेटे नीरज का इंतजार है। चाचा सुरेंद्र ने बताया कि 15 से 20 अगस्त के बीच नीरज गांव आ सकता है। गांव में जश्न की पूरी तैयारी कर ली गई है। हर कोई नीरज का स्वागत करना चाहता है। कई महीनों से नीरज घर भी नहीं आए थे। उन्होंने अपना पूरा समय अभ्यास में ही दिया और उनकी मेहनत रंग लाई है। देश को स्वर्ण पदक जिताया है।
देशवासियों से हाथ मिलाना चाहते थे नीरज
एथलेटिक्स हरियाणा एसोसिएशन के महासिचव राजकुमार मिटान ने बताया कि एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। विशेष अनुमति के साथ ही उन्हें नीरज से मिलने का मौका मिला। नीरज अपने प्रशंसकों से हाथ मिलाना चाहते थे। लेकिन सुरक्षा का हवाला देते हुए बीएसएफ के जवानों ने उन्हें रोक दिया।
तब नीरज ने मिटान से कहा कि भाई साहब, मैं अपने देशवासियों के बीच नहीं जा पा रहा हूं। सभी से हाथ मिलाना चाहता हूं। इस मौके को मिस कर रहा हूं। मिटान ने बताया कि अशोका होटल में नीरज का स्वागत हुआ। फिहाल वह ताज होटल में आराम फरमा रहे हैं।