जानिए अमेरिका में कहाँ हुई है हनुमान जी की सबसे बड़ी मूर्ति की स्थापना

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विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म सनातन है। सनातन धर्म को मानने वाले विश्व के हर कोने में पाए जाते हैं और भारत की संस्कृति के रंग में पूरी दुनिया और सभी धर्मों के लोग मलंग हो जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम के सबसे प्यारा भक्त हनुमान जी को कहा गया है। हनुमान जी के प्रति देश और दुनिया के लोगो में गहरी आस्था है। दुनियाभर में हनुमान जी को अलग-अलग नाम और रूप में पूजा जाता है। अनेक देशो में भगवान् हनुमान की मुर्तिया आपको दिख जाएँगी।

जानिए अमेरिका में कहाँ हुई है हनुमान जी की सबसे बड़ी मूर्ति की स्थापना

अमेरिका के डेलावेयर राज्य में हनुमान जी की 25 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई है। यह अमेरिका में हिंदू धर्म के भगवान की सबसे ऊंची मूर्ति है। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, काले ग्रेनाइट के एक ठोस ब्लॉक से मूर्ति की नक्काशी की गई है और इसे बनाने में एक वर्ष का समय लगा है। मूर्ति डेलावेयर राज्य के हॉकसीन नामक स्थान पर स्थापित की गई है | मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि अमेरिका में हिन्दू समाज के लोग इससे काफी खुश हैं। हनुमान जी की इस ख़ास मूर्ति का वजन 30 हजार किलोग्राम बताया गया है।

जानिए अमेरिका में कहाँ हुई है हनुमान जी की सबसे बड़ी मूर्ति की स्थापना

मीडिया ने डेलावेयर में हिंदू मंदिर एसोसिएशन के अध्यक्ष पाटीबंद के हवाले से कहा, कारीगरों द्वारा निर्धारित प्रारूप में मूर्ति का निर्माण होने के बाद मंदिर इसे में स्थापित कर दिया जाता है। फिर पंडितों द्वारा 5 से 10 दिनों में अनुष्ठान किया जाता है जिसमें ज्यादातर अग्नि प्रसाद और अन्य अनुष्ठान मौजूद हैं। हिंदू मंदिर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि मूर्ति की सही स्थापना के लिए, यंत्र और प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। परंतु महामारी के बीच सभी समारोहों के बीच बहुत अधिक लोग इखट्टे नहीं हो पाएंगे । न्यू कैसल में स्पीरिट चर्च में आवर लेडी क्वीन ऑफ पीस मूर्ति के बाद डेलावेयर में हनुमान की प्रतिमा दूसरी सबसे बड़ी धार्मिक मूर्ति है।

जानिए अमेरिका में कहाँ हुई है हनुमान जी की सबसे बड़ी मूर्ति की स्थापना

गत दिनों कंबोडिया में भगवान शिव की मूर्ति बनाए जाने की भी खबरें थीं । कंबोडिया में भगवान शिव की मूर्ति करीब 500 करोड़ की लागत से और 180 फीट ऊंची मूर्ति बनाएगी जाएगी और कंबोडिया में पांचवां धाम स्थापित किया जाएगा । भारत में शंकराचार्य द्वारा लगभग 1400 साल पहले द्वारका, बद्रीनाथ, जगन्नाथपुरी और रामेश्वरम की स्थापना के बाद, अब पांचवां धाम देश की सीमाओं से दूर होगा। यहां शिव की विशाल मूर्ति के साथ-साथ गणेश और बुद्ध की भी मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।

सनातन धर्म ही एक ऐसा धर्म है जिसका कोई प्रचार प्रसार नहीं होता | लेकिन इसके बावजूद भी करोड़ों देसी – विदेशी लोगों की आस्था सनातन धर्म से जुडी है |

  • ओम सेठी