अभी तक आपने साथ जीने-साथ मरने वाली प्रेम कहानियां बॉलवुड की फिल्मों में देखाी होंगी। लेकिन यह जो मामला है एक दम हकीकत है। मध्य प्रदेश में एक युवक अपनी पत्नी की मौत का सदमा बदर्शत नहीं कर पाया और उसने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस घटना से गांव के लोग काफी दुखी हैं और परिवार में मातम छाया हुआ है। बालोद जिले के टेकापार गांव में रहने वाले इस युवक की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी।
शादी के बाद सब कुछ सही चल रहा था। वहीं एक दिन पत्नी की मौत हो गई। जिसके बाद युवक ने भी अपनी जिंदगी खत्म कर दी। असली जिंदगी में यह कहानी छत्तसीगढ़ के बालोद में देखने को मिली है।
युवक का नाम मनीष नेताम था। पुलिसकर्मी अपनी पत्नी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका और आत्महत्या कर के अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मनीष नेताम की शादी लता नाम की लड़की से हुई थी। इनकी शादी को एक साल ही हुए थे। ये दोनों एक दूसरे से बेहद ही प्यार करते थे और खुशी-खुशी रह रहे थे। वहीं 17 दिन पहले लता घर में फिसलकर गिर गई। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। लेकिन लता को बचाया जा नहीं सका।
युवक ने उसी जगह पर जाकर फांसी लगाई, जहां उसने अपनी जीवनसंगिनी का अंतिम संस्कार किया था। लता के शव को घर लाया गया और उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। लता के निधन से मनीष नेताम पूरी तरह से टूट गया और उसने ठीक पत्नी की मौत के 17 दिन बाद खुद की भी जान ले ली। मनीष नेताम पुलिसकर्मी था और इन दिनों धमतरी जिले के बोरई थाने में तैनात था।
यह मार्मिक कहानी बालोद जिले के टेकापार गांव से सामने आई है। मनीष ने 17 दिन बाद श्मशान में उसी जगह बबूल के पेड़ से लटककर आत्महत्या की जहां उसकी पत्नी की चिता जलाई गई थी।