फरीदाबाद में संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। मंगलवार को कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए । लेकिन अब एक और कारण हैं जो फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग के लिये सर दर्द साबित हो रहा हैं अब आपको शहरवासियों से भी सावधान रहने की जरूरत हैं क्योंकि एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब तक 85 कोरोना बम फरीदाबाद की सड़कों पर विचरण कर रहे है और यह लोगो चलते फिरते कोरोना ही हैं
आखिर कौन होते है कोरोना बम
बम नाम का अर्थ ही यही होता हैं कि।अचानक से फटना और आस पास जुड़ी हुई चीजो को हानि पहुँचाना ,,, कोरोना बम उन लोगो को कहा जा रहा है जो जांच के दौरान अपना सही पता और मोबाइल नो० नही लिखवाते हैं और जांच के बाद इनका पता लगाना मुश्किल हो जाता हैं और यह लोग खुलेआम घूम रहे है
गतल लिखवाते हैं पता
कोरोना जांच के दौरान रोगी को अपना नाम पता व मोबाइल नो० स्वास्थ्य विभाग को जानकारी के तौर पर देना होता हैं लेकिन चौकने वाली बात यह हैं कि लोग किसी डर से एड्रेस गलत लिखवा रहे है की यदि पोसिटिव हुए तो लोग अजीब सी नजरो से देखेंगे ,, कुछ लोग सामजिक भेदभाव से बचने के लिए अपने कार्यालय का पता देते है ताकि उनके घर पर क्वॉरेंटाइन का पर्चा न चस्पा दिया जाए और उनको लोग परेशान ना करे
जांच के दौरान देते हैं गलत परिचय
खुद को संक्रमित होने का अहसास होने पर लोग स्वास्थ्य विभाग के रजिस्टर में अपना मकान नंबर और मोबाइल नंबर गलत लिखवा रहे हैं,,,रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम जब इनके घर की तलाश के लिए मौके पर पहुँचती हैं तो वहां उस व्यक्ति के नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं मिलता हैं फिर जब उनके दिए हुए नंबर पर फोन किया गया तो वो भी गलत पाया गया ऐसे लोग हॉस्पिटल में भर्ती न होकर लोगो के लिये चलता फिरता कोरोना है
लक्षण होने के बाद भी छिपा रहे है
इसमे ऐसे लोग शामिल है जो महसूस कर रहे है कि वो कोरोना से ग्रस्त हो सकते है पर फिर वो न तो अपना टेस्ट करा रहे हैं ना ही विभाग को सूचित कर रहे हैं ऐसे लोग कोई भी हो सकते हैं कोई भी हो सकते हैं यह लोग ,,, आपके आस पास भी घूम सकते है तो अब सभी से दूर रहने की जरूरत है
जारी है गायब होने का सिलसिला
एक न्यूज पत्रिका द्वारा अब तक 85 लोग अपना गतल पता लिखा चुके है साथ ही कुछ दिन पहले भी 10 लोगो के गायब होने की सूचना मिली थी इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित लोगो के गायब होने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा कर रख दी हैं हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित लोगो की सूची बनाकर पुलिस को सौप दी हैं
दरअसल शहर में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए रोजाना 300 से 400 तक टेस्ट किये जा रहे है जिसमे लोगो के संक्रमित होने की पुष्टि होती हैं लेकिन लोगो द्वारा गलत पता लिखवाया जाना अब परेशानी का सबब बन गया हैं
लोगो की जान से खेल रहे है ऐसे लोग
लाख हिदायतें दी जा रही हैं कि कोरोना इस समय सबसे भयंकर बीमारी का रूप ले चुका है और इसका कोई तोड़ अभी तक बन नही पाया हैं तो सुरक्षित रहने की जरूरत हैं , चिकित्सको के अनुसार कोरोना वायरस का संक्रमण लोगों से मिलने जुलने से ही फैलता है।
यही कारण है कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज को तुरंत होम क्वारेंटीन किया जाता है। जिससे संक्रमण को रोका जा सके। जिस तरह से संक्रमित लोग अपना इलाज कराने के बजाय लापता होकर घूम रहे हैं वे संक्रमण को तेजी से फैला रहे हैं। उन्हें न अपनी जान की परवाह है और न दूसरे की। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए। साथ ही शहरवासियों को बहुत सतर्कता बरतनी चाहिए।