धोनी ने क्रिकेट छोड़ दिया है, लेकिन दुनिया हमेशा उन्हें उनके कूल अंदाज के लिए याद करेगी। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक अच्छे खिलाड़ी होने के साथ-साथ मार्केट लीडर भी बन रहे हैं। राजधानी रांची के बाजारों में अपनी खेती का कमाल दिखाने के बाद धोनी अब गाय पालन में भी सबसे आगे दौड़ते नजर आ रहे हैं। धोनी के शैम्बो फार्म हाउस में गायों की 150 से अधिक नस्लें हैं। फार्महाउस से हर दिन 500 लीटर से ज्यादा दूध पूंजी बाजारों में पहुंचता है।
एमएस धोनी सफलता और लोकप्रियता दोनों के ही शिखर पर हैं। महामारी को देखते हुए ज्यादातर दूध की होम डिलीवरी की जाती है। लेकिन फिर भी कुछ लोग रोज सुबह की सैर के दौरान दूध खरीदने के लिए आउटलेट पर आते हैं।
माही के नाम से मशहूर धोनी ने मैदान में नहीं मैदान के बाहर भी अपना जलवा बिखेरा है। ईजा फार्म हाउस से रांची की तीन दुकानों पर प्रतिदिन 500 लीटर से अधिक दूध आता है। इन दिनों होम डिलीवरी ज्यादा की जा रही है। इसके बावजूद कुछ लोगों ने आउटलेट जरूर मारा। शिवनंदन की माने तो ईजा फार्म हाउस के दूध की गुणवत्ता काफी अच्छी है। इसमें शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। जिससे ग्राहक को किसी प्रकार का क्लेम ना हो।
धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की थी। इन दिनों माही अपने इस नए घर को लेकर खूब सुर्ख़ियों में भी बने हुए है। धोनी स्टोर पर फिलहाल तीन तरह का दूध बिकता है। वहीं होजन फ्रीज का दूध 55 रुपये प्रति लीटर, साहीवाल का दूध 90 रुपये प्रति लीटर, जबकि गुजराती गिर का दूध 130 रुपये प्रति लीटर बिकता है। इनमें गुजरात स्वर्णगीर गाय का दूध स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही पौष्टिक और स्वास्थ्यकर माना जाता है। यह दूध हल्के क्रीम रंग का होता है। संक्रमण को देखते हुए इन दिनों बोतल में दूध घर पर पहुंचाया जाता है।
उनका ब्रांड लगातार सफल होता जा रहा है। ग्राहकों का कहना है कि इन दूधों में मिलावट की कोई संभावना नहीं है।