वर्ष 2017 जनवरी में खत्म हुए निगम के चुनाव के बाद अब फरीदाबाद में नगर निगम की तैयारी को पूरी करने में प्रशासन पूरी तरह मशगूल हो गया हैं। जानकारी के लिए बता दें कि 2017 निगम चुनाव के बाद अब 2022 में होने वाले निगम चुनाव के लिए तैयारी लगभग चरम सीमा तक पहुंचने को है। वहीं दूसरी तरफ देखा जाए प्रशासन की तरफ से तैयारियों में जुटा हुआ है चमारों देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले चुनाव नियत समय आगामी 4 से 5 महीने में ही संपन्न हो जाएंगे।
नगर निगम वार्ड बंदी की प्रक्रिया चालू कर दी गई है। इसके लिए बकायदा रिटायर्ड सीटीपी रवि सिंगला को कार्यभार दिया गया है। वही एडहॉक कमेटी में मेयर सुमन बाला, ममता चौधरी, उमा सैनी, विजेंद्र शर्मा व धनेश अदलखा को लिया गया है।निगम सूत्रों की माने तो नए शामिल किए गए 24 गांव व पुराने 40 वार्डों के साथ अब वार्डों की संख्या लगभग 45 होगी।
वर्ष 2017 निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 40 में से 29 सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस बिना सिंबल के चुनाव लड़ी थी। चुनाव के उपरांत निर्दलीय जीते कुछ पार्षद भाजपा की गोद में ही आ गए थे। इस बार मेयर पद का चुनाव भी सीधा लड़ा जाना है। मेयर नियुक्त ना होकर निर्वाचित होगा। जिसके चलते प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि इस आगामी चुनाव में अपने लगभग 70 प्रतिशत उम्मीदवारों के चेहरे जनता वोट के माध्यम से बदल सकती है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में 40 में से 11 सीट भाजपा हारी थी। जिसमें से अकेले 5 सीटें बड़खल विधानसभा से गंवानी पड़ी थी। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि बड़खल विधानसभा, फरीदाबाद विधानसभा, व एनआईटी सहित तमाम विधानसभाओं के अधिकतर पुराने उम्मीदवारो का पत्ता कट सकता है।
कुल मिलाकर मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो मेयर पद के लिए कांग्रेस के पास कोई मजबूत दावेदार नहीं है। वही केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने क्षेत्र में आज भी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। अब देखना यह है कि सरकार कब फरीदाबाद नगर निगम चुनाव कराती है। लेकिन तैयारियों को देखकर यही लगता है कि चुनाव नियत समय पर हो जाएंगे।