सरकारी कर्मचारियों की लापरवाहियों के चर्चे आए दिन सुर्खियों में छाए रहते हैं, लेकिन इनकी लापरवाहियों पर कोई भी कार्रवाई न होने के कारण जनता को परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है। लेकिन शुक्रवार को जींद के डीसी द्वारा जुलाना में दौरे के दौरान एक पटवारी को लापरवाही बरतते पाया तो उसे तुरंत सस्पेंड कर दिया।
जुलाना तहसील के अधीनस्थ दर्जनों गांवों में जलभराव के कारण खराब फसलों का जायजा लेने के लिए डीसी नरेश नरवाल आए थे। पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण जुलाना क्षेत्र में एक महीने से लगातार जलभराव की स्थिति बनी हुआ है। ऐसे में अधिकारियों को खराब फसलों का जायजा लेने के लिए नियुक्ति किया गया तथा गिरदावरी का काम तहसीलदारों एवं पटवारियों को सौंपा गया।
इस दौरान जुलाना तहसील के अधीन आने वाले गावों का दौरा करने के लिए जींद के डीसी नरेश नरवाल पहुंचे। जफरगढ़ गांव में पहुंच डीसी ने जलभराव की स्थिति का जायजा लिया व गिरदावरी के काम में लगे कर्मचारियों से काम की रिपोर्ट मांगी। डीसी द्वारा पटवारी से जमाबंदी दिखाए जाने का कहने पर कर्मचारी ने बताया कि उसके पास जमाबंदी नहीं है।
डीसी ने इस बात पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जब उसे पता है कि डीसी दौरे पर है तो उसे कागजात साथ ने लाने चाहिए थे। तत्पश्चात डीसी ने पटवारी का नाम पूंछ तुरंत उसे सस्पेंड कर दिया तथा संबंधित अधिकारियों को चार्जशीट बनवाने के आदेश दिए। जायजा लिए जाने के बाद डीसी ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि वे ध्यान रखें कि किसी भी किसान के साथ भेदभाव न हो और जिस किसान की जितनी फसल खराब हुई है उसका सही ब्यौरा प्रशासन के पास उपलब्ध कराया जाए।