स्वच्छ फरीदाबाद अभियान की शुरुआत निगमायुक्त यशपाल आईएएस के द्वारा की गई जिसके लिए एक पोस्टर भी रिलीज़ किया गया। नगर निगम अतिरिक्त निगम आयुक्त इंदरजीत कुलडिया ने बताया कि इस अभियान का मकसद बच्चो में रिसाईकिल किये जाने वाले प्लास्टिक को कूड़े में न पहुंचने देने की आदत डालना है और स्कूलो को इसमें सहयोग ले कर जागरूकता किया जाना है।
अतिरिक्त निगमायुक्त ने बताया कि जब हम सड़कों पर चलते है तो यहां वहां जगह जगह कूड़ा दिखाई देता है। ये सब ऐसा कूड़ा होता है जिसकी बहुत ही कम या कोई भी कीमत नहीं मिलती जैसे कि दूध की खाली थैली, पूरे फरीदाबाद में लाखों दूध की थैली प्रतिदिन कूड़े में या सड़कों पर फैंक दी जाती है ऐसे ही चिप्स के पैकेट चॉकलेट के पैकेट पाउच, पानी की बोत्तल इत्यादि ये जब फैंकी जाती है तो इसकी कोई कीमत नही होती और ये कचरे को बढ़ाने का काम करती है,।
सीवर लाइन को जाम करती है और साथ ही मिट्टी में दबने से बारिश के पानी को भी ज़मीन में जाने से रोकती है। अगर इन सब को अलग से रखा जाए तो सब मिल कर रिसाईकिल किया जा सकता है, यही नगर निगम की पहल है। अतिरिक्त निगमायुक्त इन्द्रजीत कुलड़िया ने इस अभियान के अंतर्गत बच्चो को मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा स्कूलो के सहयोग से समझाया जाएगा कि आप सबके परिवारों से ये कूड़ा आगे सड़को पर न जाये।
अगले दस दिनों तक ये बच्चे सभी तरह का प्लास्टिक वेस्ट घर से बाहर न फैक कर अपने अपने स्कूलो में ले कर आएंगे। जो भी बच्चा इसमे सबसे ज़्यादा प्लास्टिक ले कर आएगा और निरंतर लाएगा उसे 21000, दूसरे बच्चे को 11000 और तीसरे बच्चो को 5100 पुरस्कार और सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इसी के साथ इस अभियान में जो टीचर भी सहयोग करेंगी उन्हें भी पुरस्कृत किया जाएगा और कैश इनाम के साथ सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
साथ ही साथ जिस स्कूल के द्वारा सबसे ज्यादा प्लास्टिक एकत्रित होगा उस स्कूल को भी 21000/-,11000/- और 5100/- का इनाम और सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ये सभी कैश इनाम स्किलबोल संस्था के द्वारा प्रायोजित किया जाएगा इस अभियान में सहयोग के लिए महावीर इंटरनॅशनल सोशल फाउंडेशन और एजुवर्ल्ड संस्था के द्वारा भी अपना सहयोग दिया जाएगा।