हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे प्रदेश के ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें और परस्पर समन्वय स्थापित कर राज्य को एक बार फिर भारत के सबसे बड़े स्वच्छता सर्वेक्षण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2021’ के सर्वे में पूरे देश में टॉप पर लाने का प्रयास करें।
उन्होंने जिला परिषद के सीईओ, खंड एवं विकास पंचायत अधिकारियों, कार्यकारी अभियंताओं को लक्ष्य निर्धारित कर कार्य में जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला में कम से कम एक गांव स्वच्छता के हिसाब से ‘ओडीएफ-प्लस’ के 5-स्टार स्तर का हो।
डिप्टी सीएम, जिनके पास विकास एवं पंचायत विभाग तथा ग्रामीण विकास का प्रभार भी है, ने बुधवार को यहां हरियाणा निवास में प्रदेश के ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2021’ को लॉन्च किया। इसके बाद अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग के जिला स्तर के अधिकारी केंद्र सरकार के ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2021’ में सक्रिय भागीदारी करके लक्ष्य को समय से पहले पूरा करें। उन्होंने कहा कि गांव से निकलने वाले गंदे पानी की सफाई के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रबंध किए जा रहे हैं।
लोगों को तरल अपशिष्ट प्रबंधन व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ-साथ प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए भी जागरूक करें जिससे स्वच्छता का कार्य आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में विकास के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
डिप्टी सीएम की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जानकारी दी गई कि ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2021’ में पूरे देश के 698 जिलों के करीब 17,500 गांवों को शामिल किया गया है जिनमें से हरियाणा के 513 गांव शामिल हैं। केंद्र सरकार द्वारा एक एजेंसी के माध्यम से सर्वेक्षण करवाया जाएगा।
सर्वेक्षण में जहां नागरिकों से सफाई बारे फीडबैक ली जाएगी वहीं एजेंसी के लोग गांव के सार्वजनिक स्थानों स्कूल, पंचायत-घर, आंगनवाड़ी आदि पर जाकर स्वच्छता का जायजा लेंगे। सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही रैंकिंग तैयार की जाएगी।