क्रिकेट के लिए कर दिया खुद को समर्पित पढाई भी छोड़ दी, अब मुकाम को कर लिया है हासिल

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    कड़ी मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। कुछ भी हो सकता है अगर आप करना चाहें तो। क्रिकेट का खेल भारत में नहीं बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। इस खेल को सभी आयु के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। वर्तमान समय में क्रिकेट दुनिया का सर्वाधिक लोकप्रिय खेल बन चुका है। क्रिकेट के प्रति दर्शकों के अंदर दीवानगी कूट-कूट कर भरी है।

    पढाई का क्रिकेट से कोई लेना- देना नहीं होता तभी तो पढ़ाई न करते हुए भी क्रिकेट में नाम कमा गए। अगर हम 20-20 क्रिकेट की बात करें तो कम समय के अंतराल की वजह से यह क्रिकेट सबसे ज्यादा लोकप्रिय बन चुका है। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं आईपीएल ने नया मुकाम हासिल किया है और खिलाड़ियों को लेकर फैंस में बेहद उत्साह देखने को मिलता है।

    क्रिकेट के लिए कर दिया खुद को समर्पित पढाई भी छोड़ दी, अब मुकाम को कर लिया है हासिल

    देश में जो क्रिकेट प्रेमी है वो क्रिकेट की चाह में पढ़ाई तक करना छोड़ देते है या फिर पढ़ाई को ज्यादा महत्व नहीं देते है। आईपीएल के मंच पर कई युवा खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा के दम पर दर्शकों का दिल जीत लिया। आपको बता दें कि कई ने आईपीएल से राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाया है, जिसकी वजह से आईपीएल सीजन 13 में भी कई युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए काफी उत्सुक थे। इन्हीं खिलाड़ियों में से रवि बिश्नोई है।

    क्रिकेट के लिए कर दिया खुद को समर्पित पढाई भी छोड़ दी, अब मुकाम को कर लिया है हासिल

    इन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। पढ़ाई तो आप जीवन में कभी भी कर सकते है लेकिन मौका जब आपका दरवाजा खटखटाता है तो उस दरवाजे को आपको खोलना ही चाहिए, क्योंकि हो सकता है मौका आपका साथ दे दे।

    क्रिकेटर रवि बिश्नोई ने अपनी काबिलियत के दम पर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया। वैसे भी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप 2020 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले 20 वर्षीय युवा स्पिनर पर सबकी उम्मीदें बनी हुई हैं। इन्होंने सीजन के दूसरे मैच किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल के बीच हुए मुकाबले में अपने आपको साबित करके दिखाया है।

    क्रिकेट के लिए कर दिया खुद को समर्पित पढाई भी छोड़ दी, अब मुकाम को कर लिया है हासिल

    ऐसे कई क्रिकेटर्स है जिहोंने पढ़ाई को तवज्जों न देते हुए सबसे पहले क्रिकेट को दी हैं। इनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए भारत के दिग्गज स्पिनर रहे अनिल कुंबले भी खुद को ताली बजाने से नहीं रोक पाए। भले ही अपने शानदार प्रदर्शन से इन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया परंतु इस मुकाम तक पहुंचने के लिए रवि बिश्नोई को बहुत सी कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, परंतु कोई भी मुश्किल इनकी हिम्मत नहीं तोड़ पाई।