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हरियाणा के एएसआई राकेश कुमार बने लोगों के रियल लाइफ बजरंगी भाईजान, अब तक 600 लोगों को मिलवा चुके हैं अपने परिवार से

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हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार अग्रवाल ने हरियाणा पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) के एएसआई राजेश कुमार के प्रयासों और समर्पण भाव की सराहना की है, जिसने गत 5 वर्षों में नेक कार्य करते हुए 600 से अधिक लापता लोगों को ढूंढकर पुनः परिवारों से मिलवाया है।

एक राष्ट्रीय स्तर के प्रकाशन ने हाल ही में अपनी नवीनतम पुस्तक में राजेश की ‘रियूनाइटिंग’ कहानियों को चित्रित किया है।

हरियाणा के एएसआई राकेश कुमार बने लोगों के रियल लाइफ बजरंगी भाईजान, अब तक 600 लोगों को मिलवा चुके हैं अपने परिवार से

एएसआई राजेश ने अब तक दुनिया भर के 20 से अधिक राज्यों और तीन देशों से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित 600 से अधिक लापता लोगों की खोज कर फिर से परिवारों से मिलवाया है जो किसी न किसी कारण बिछुड़ गए थे।

हरियाणा के एएसआई राकेश कुमार बने लोगों के रियल लाइफ बजरंगी भाईजान, अब तक 600 लोगों को मिलवा चुके हैं अपने परिवार से

डीजीपी ने कहा कि राजेश जैसे पुलिस कर्मियों ने जन सेवा करने की तर्ज पर अपने कर्तव्य से आगे बढते हुए सक्रिय पुलिसिंग की एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि वर्षों या महीनों के बाद परिवार के एक लापता सदस्य को वापस पाने से ज्यादा उम्मीद या खुशी क्या हो सकती है। उनकी कहानियां निश्चित रूप से ‘बुक ऑफ होप’ के पाठकों के लिए भी प्रेरणादायक होंगी।

हरियाणा के एएसआई राकेश कुमार बने लोगों के रियल लाइफ बजरंगी भाईजान, अब तक 600 लोगों को मिलवा चुके हैं अपने परिवार से

उल्लेखनीय है कि गार्जियन, गल्फ न्यूज, एशिया, विभिन्न भारतीय समाचार चैनलों तथा अंतरराष्ट्रीय मीडिया सहित कई उल्लेखनीय व्यक्तित्वों और प्रकाशनों ने राजेश कुमार के नेक कार्यों व सराहनीय प्रयासों को मान्यता दी है।

हरियाणा के एएसआई राकेश कुमार बने लोगों के रियल लाइफ बजरंगी भाईजान, अब तक 600 लोगों को मिलवा चुके हैं अपने परिवार से

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने भी गत वर्ष ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘‘भारत को ऐसे दयालु और बहादुर पुलिसकर्मियों की जरूरत है। मैंने अभी एएसआई राजेश कुमार से बात की है जो लापता बच्चों को फिर से परिवार से मिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मैंने उनसे कहा- खुद एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा होने के नाते, पुलिस की इस तरह के कार्यों से मुझे बहुत गर्व होता है।’’

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