देश में सबसे शक्तिशाली अगर कोई इंसान होता है तो वो होता है प्रधानमंत्री। प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था हमेशा सुरक्षा-एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रहा है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए हर 25 से अधिक सैनिक तैनात रहते हैं। उनकी सुरक्षा का पूरा जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप को दिया गया है। उनकी गाड़ी की सुरक्षा को लेकर भी ख़ास नीतियां अपनाई गई हैं।
प्रधानमंत्री का पद विशेष होता है। उनकी सुरक्षा में कभी कोई चूंक नहीं आती है। उनकी कार ऐसी है जिसका अगर टायर भी पंचर हो जाए तो वह करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 320 किलोमीटर तक चल सकती है।
हमारे देश में प्रधानमंत्री से बड़ा पद सिर्फ राष्ट्रपति का है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए उनके साथ शूटर्स भी होते हैं। वह इतने काबिल है कि कुछ ही देर में टेररिस्ट को भी मार गिरा सकते हैं। प्रधानमंत्री के साथ हर कदम पर एसपीजी के बेहद ही मंझे हुए सुरक्षाकर्मी जो की शार्प शूटर होते हैं वो तैनात होते हैं। ये ना सिर्फ उच्च ट्रानिंग प्राप्त होते हैं ये किसी भी तरह की स्थिति को संभालने और टेररिस्ट को मौत के घात उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जहां से गुजरते हैं वहां जमीन से लेकर आसमान तक चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है। एसपीजी में करीब 3 हजार सैनिक हैं और इनकी पूरी जिम्मेदारी होती है की ये प्रधानमंत्री के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री तथा उनके परिवर्जनों की पूरी सुरक्षा देते हैं ये इनकी ही ज़िम्मेदारी होती है। एसपीजी के सभी जवानों के पास आधुनिक गन FNF-2000 असॉल्ट राइफल और 17M रिवॉल्वर होती है।
सभी जवानों को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की गाइडलाइंस के अनुसार तैयार किया जाता है। पीएम के काफिले में 6 बीएम बीएमडब्लूय एक्स 5 और 1 मर्सिडीज बेंज एम्बुलेंस भी होती है और इसके साथ चलता हैं प्रधानमंत्री का रक्षादल जो की सबसे आगे रहता है और पीछे दिल्ली पुलिस सिक्योरिटी स्टाफ की गाड़ियां होती हैं।