गधे की लीद से बना रहे थे मसाले, खुलासे में बताया किस तरह बनाते थे आम जनता को बेवकूफ़

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    जनता को पागल बनाकर खुद लाखों का मुनाफा करने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी है। यह फेहरिस्त देश के हर कोने में है। जब भी किसी खाने की बात आती है, तो सबसे पहले बात स्वाद की होती है। लेकिन, हम सब ये जानते हैं कि खाने में स्वाद मसाले से आता है। मसाले भी कई तरह के होते हैं, जो खाने की स्वाद को चार चांद लगाते हैं। उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिस तरह से मसाले तैयार किए जा रहे थे, उसने सबके होश उड़ा दिए।

    जिन्हें आप स्वादिष्ट समझ कर खाते हैं वह असल में आपको बीमार कर सकते हैं। ये मसाले मिर्च, धनिया या हल्दी से नहीं बल्कि गधे की लीद, एसिड और भूसे से तैयार किए जा रहे थे।

    नकली मसाले

    यह इतनी बिमारियों को जन्म दे सकते हैं जितना आपने सोचा भी नहीं होगा। यह मसाले अक्सर गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं। हाथरस में पुलिस ने नकली मसालों के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। कारखाने में नामी कंपनियों के मसाले तैयार किए जा रहे थे। मसालों के लिए गधे की लीद, गोबर, भूसा, एसिड का इस्तेमाल किया जाता था।

    नकली मसाले

    अधिक धन कमाने के लालच में लोग दूसरों की हेल्थ से खेल जाते हैं। उन्हें किसी बात से फर्क नहीं पड़ता है। करीब 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसालों को जब्त किया है। इतना ही नहीं पुलिस ने कारखाने के मालिक अनूफ वार्ष्णेय को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि कारखाने के अंदर कई तरह के मसाले तैयार किए जाते हैं, लेकिन हल्दी और गरम मसाले में गधे की लीद, एसिड, रंग, घास आदि जैसे सामानों का इस्तेमाल किया जा रहा था।

    गधे की लीद से बना रहे थे मसाले, खुलासे में बताया किस तरह बनाते थे आम जनता को बेवकूफ़

    दूध से दही और घी तो लोगों को मिलावटी मिल रहा था लेकिन अब मसाले भी मिलावटी मिलने लगे हैं। इस मामले में कारखाने के मालिक को धारा 151 के तहत हिरासत में भेजा गया है।