जैसा कि आपको पता ही है कि देश में महामारी का दौर एक बार फिर चल पड़ा है। और इस बार यह ओमिक्रॉन वेरिएंट के रूप में आया है। और इस वेरिएंट मामले बहुत तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब तक देश में 14 राज्यों में 230 मामले सामने आ चुके हैं। बढ़ते मामलों को देख केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को पत्र लिखकर संक्रमण को रोकने के लिए खड़े निर्देश उठाने के आदेश दिए हैं।
पत्र में केंद्र ने बताया यह बताया कि यह डेल्टा से तीन गुणा ज्यादा सक्रिय है। इसी के साथ बताते हुए उन्होंने होम आइसोलेट करने के दी। साथ ही महामारी से जुड़े हर अपडेट पर नजर रखने के लिए कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे पत्र में टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने की भी बात कही है।
इसी के साथ साथ सभी बड़ी सभाओं पर रोक लगाने और शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या को कम करने के लिए कदम उठाने के लिए कहा है। केंद्र सचिव ने अपने पत्र में जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाने व उसके सीमा तय करने की बात भी कही है।
अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने की सलाह भी प्रशासन ने दी है। केंद्र ने पत्र में कहा है कि इस तरह की रणनीति से राज्य के बाकी सब पहले से ही स्थानीय स्तर पर काबू हो जाएगा। भूषण ने अपने पत्र में राज्यों को लिखा और रूम मिलिट्री ऑपरेशन सेंटर और एक्टिव करें। भले ही केस कम है, लेकिन यह यही पर नियमित हो जाना चाहिए। इन कदमों से निश्चित तौर पर संक्रमण को कम करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा महामारी के इस नए वेरिएंट के लिए कंटेनमेंट जोन भी बनाया जाए। जिससे कि संक्रमण को रोकने के लिए मदद हो सके। पत्र में यह भी कहा गया कि अभी तक के वैज्ञानिक सबूतों से पता चला है कि, डेल्टा से 3 गुणा अधिक तेजी से फेल रहा है यह। इतना ही नहीं भारत के कई मामले भी सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि स्थानीय और जिला स्तर पर राज्य सरकारों को दूरभाष और फैसले लेने की जरूरत है।
सरकार ने यह भी कहा कि सभी के टेस्ट कराने अनिवार्य हैं और महामारी के सभी मरीजों को संपर्कों की टेस्टिंग भी जरूरी है। राज्यों में बेड की संख्या भी बढ़ाई जाए। एंबुलेंस और अन्य मशीनरी बढ़ाने और ऑक्सीजन और दवाओं का वापस आने की सलाह दी। इन नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। होम आइसोलेशन के वक्त कॉल सेटिंग के द्वारा उसकी जानकारी ली जाए।