अमित शाह ने खराब कर दिया अखिलेश यादव का खेल, सबसे बड़े वोटबैंक ने मिलाया BJP से हाथ

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 अमित शाह ने खराब कर दिया अखिलेश यादव का खेल, सबसे बड़े वोटबैंक ने मिलाया BJP से हाथ

जैसा कि सभी को पता है उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है।
इसी की वजह से सभी मंत्रियों के बीच भगदड़ मची पड़ी है चुनाव से पहले बीजेपी मैं भी मंत्रियों के और विधायकों के बीच भगदड़ मची हुई है जिसमें अब पार्टी को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी अपना दल एस और निषाद पार्टी के संजय निषाद का समर्थन अभी यथावत जारी है। वर्तमान में राजनीतिक दलों को बीजेपी ने अपने दायरे में बना कर रखा हुआ है और बुधवार देर रात अनुप्रिया और संजय निषाद के साथ बैठक कर सीटों के बंटवारे पर भी मोहर लगाई गई है।

आपको बता दे बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां पर मौजूद नहीं थे,  तो गृह मंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने बैठक में मौजूद रहे थे।

अमित शाह ने खराब कर दिया अखिलेश यादव का खेल, सबसे बड़े वोटबैंक ने मिलाया BJP से हाथ

ग्रह मंत्री ने अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद से देर रात करीब 1:00 बजे बातचीत की। और उसके बाद सीट बंटवारे पर मोहर लगा दी। अब इन दोनों के जरिए ही बीजेपी समाजवादी पार्टी के इरादों से निपटने की तैयारी कर रही है।

अमित शाह ने खराब कर दिया अखिलेश यादव का खेल, सबसे बड़े वोटबैंक ने मिलाया BJP से हाथ

आपको बता दे, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और मध्य इलाके में विधानसभा की 32 ऐसी सीट है जिन पर कुर्मी पटेल वर्मा और कटिहार मोटर पूरे तरीके से अपनी भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में पूर्वांचल के कम से कम 16 दिनों में इन वर्गों के वोटर की संख्या 8 से लेकर 12% तक है और इसके अलावा कानपुर, कानपुर देहात और इसके आसपास भी कटिहार और वर्मा मोटर की अच्छी खासी संख्या है।

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सूत्रों के अनुसार अनुप्रिया पटेल के पिता और अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल इन इलाकों में सबसे बड़े कुर्मी नेता माने जाते थे। और ऐसे में बीजेपी का साथ देकर अपना दल उत्तर प्रदेश के चुनाव में पूर्वाचल और मध्य का इलाका उसके लिए सुरक्षित करता हुआ दिख रहा है।

अमित शाह ने खराब कर दिया अखिलेश यादव का खेल, सबसे बड़े वोटबैंक ने मिलाया BJP से हाथ

आपको बता दे, वही उत्तर प्रदेश के अंदर एक कहावत भी है जिसने पूर्वांचल जीत लिया वही सत्ता संभालता है और ऐसे में अनुप्रिया से गठबंधन कर बीजेपी यहां पर समाजवादी पार्टी के खिलाफ खुद को मजबूत कर रही है।