देश में जिस नारी को सशक्त सम्मान दिया जाता है, देवी का दर्जा दिया जाता है। आज अधिकांश नारियों का जीवन दहेज प्रथा की भेंट चढ़ा दिया जाता है। इसी का एक ताजा उदाहरण पर्वतीय कॉलोनी से सामने आया है। जहां बच्चा जनने में असमर्थ महिला को ससुरालियों ने प्रताड़नाएं दी।
इतना ही नहीं उसे अपने मायके से दहेज लाने के लिए कई बार बेइज्जत भी किया। इतना करके भी ससुरालियों का जब पीड़िता के साथ मारपीट करते थे।
उक्त सभी जानकारी पीड़िता के पिता ने पर्वतीय कॉलोनी इंचार्ज को लिखित शिकायत में देते हुए अपना और बेटी का दर्द बयां किया। पिता ने बताया कि उनकी दो बेटियां और दो बेटे हैं। उन्होंने अपनी छोटी पुत्री अन्नू का विवाह पर्वतीय कॉलोनी निवासी दीपक सैनी से 2017 में हिन्दू धर्म के अनुसार किया था।
शादी के इतने साल बाद भी अन्नू को कोई बच्चा नहीं हो रहा था। जिस बात को लेकर उसके ससुराल वाले उसे ताना कसते थे। उसके साथ मारपीट करते थे और उसे बच्चा ना जनने के लिए अभद्र व्यवहार किया जाता था। इतना ही नहीं ससुराल वालों ने वालों का फोन तक छीन लिया था ताकि वह उक्त जानकारी पने मायके तक न पहुंचा सके।
इस बीच लॉकडाउन के चलते जब अन्नू के पति दीपक सैनी की जॉब भी हाथ से चली गई तो अनु के ससुराल वाले उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। अचानक 28 जून को अनु के पेट में भयंकर दर्द हुआ उसके बाद ससुराल वालों ने उसे फोर्टिस अस्पताल में एडमिट कराया तो उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अनु के पति दीपक सैनी ने उक्त बात की जानकारी अनु के पिता को दी।
जिसके बाद अन्नू के पिता ने वह तो पूरे मामले को एक साजिश का शिकार और दहेज प्रताड़ना के खिलाफ पर्वतीय कॉलोनी चौकी में अन्नू के ससुराल वालों की खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। वहीं पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच करेंगे और अनु को न्याय जरूर दिलाया जाएगा।