देश के प्रधानमंत्री द्वारा भारत के अधिकतर सामग्रियों को प्राइवेट करने से नाराज सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा और संयुक्त ट्रेड यूनियन काउंसिल सहित अन्य यूनियनों ने आज राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाया।
इस उपलक्ष में सभी कार्यकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा प्राइवेट प्राइवेट योजना का विरोध किया। वहीं उन्होंने 2010 में 1983 क्रिकेट टीचर्स को निकाले जाने के लिए नाराजगी भी व्यक्त की।
विरोधकर्ता का मोर्चा सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा यूनियन के सुभाष लंबा ने संभाला। उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज उनके द्वारा विरोध दिवस इसलिए मनाया जा रहा है क्योंकि वह पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए फैसलों को स्वीकार करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा जो पीटीआई टीचर्स के साथ हो रहा है वह उचित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी बात का हल टीचर्स को बर्खास्त करना नहीं होता। इसलिए उन्होंने टीचर्स के लिए पेंशन देने की अपील भी की।
इसके अलावा लघु सचिवालय पहुंच उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया। जहां डीसी के ना होने के चलते ज्ञापन तहसीलदार को सौंप दिया गया।