हरियाणा बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने प्रैस कांफ्रैंस की। इस दौरान सुभाष बराला ने कहा प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की।
सुभाष बराला ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में मार्च माह में सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का एलान किया था। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कुल साढे 26 लाख गरीबों की इस पैकेज के तहत मदद होगी।
गरीब परिवारों को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सरकार ने 80 करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को अप्रैल, मई और जून के लिए राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज, गेहूं अथवा चावल और प्रति परिवार एक किलो दाल मुफ्त देने की घोषणा की थी।
यह मुफ्त 5 किलो अनाज, राशन कार्ड पर मिलने वाले अनाज के मौजूदा कोटे के अतिरिक्त है। आपको बता दें कि, पीएम मोदी ने कहा था कि भारत के लिए एक राशन-कार्ड यानी एक देश एक राशन कार्ड की व्यवस्था होने जा रही है। इससे सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोजगार या दूसरी आवश्याकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर कहीं और जाते हैं।
आवेदन करने के लिए कोई प्रोसेस अलग से नहीं है
लॉकडाउन के दौरान गरीब और जरूरतमंदों को खाद्यान्न की कमी न हो। इसके लिए सरकार की ओर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अतिरिक्त खाद्यान्न भेजा गया है। यह खाद्यान्न मुफ्त या दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गरीबों को वितरित किया जाना है।
रविवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अजय कसौधन शहर की पुरानी सब्जी मंडी के पास खड़े थे।उन्होंने देखा कि एक रिक्शे पर छह बोरियां लदी हैं। इन बोरियों पर सरकारी टैग लगा हुआ था। रोकने पर रिक्शा चालक गोपाल ने बताया कि कोटेदार मो. वकील ने यह खाद्यान्न पूरब पड़ाव निवासी दुकानदार प्रमोद जायसवाल के यहां ले जाकर बेचने को दी है।
संजय कसौधन ने इसकी सूचना एसडीएम उमेश चंद्र निगम को दी। मौके पर एसडीएम, पूर्ति निरीक्षक शिव प्रकाश और नायब तहसीलदार नौगढ़ पहुंचे और खाद्यान्न कब्जे में लिया।
अधिकारियों की टीम राशन की दुकान पर पहुंची लेकिन कोटेदार मो. वकील दुकान बंद कर फरार हो चुका था। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के एआरओ बृजैंद्र कुमार ने बताया कि मो. वकील के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। उनके विरुद्ध एफआईआर कराने की प्रक्रिया चल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को देश को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कहा की, दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है। इसके साथ ही मोदी ने घोषणा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत गरीबों को मुफ्त राशन की योजना को नवंबर तक बढ़ाया जा रहा है।
अब ये योजना नवंबर तक देश में लागू रहेगी।
इस योजन के तहत 80 करोड़ गरीबों को 5 किलो मुफ्त गेंहू या चावल और 1 किलो चना दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना को नंवबर तक लागू करने में 90 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च आएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ के प्रभाव से लोगों को बचाने के लिये पिछले महीने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की घोषणा की थी। कुल 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के तहत सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन, महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों तथा किसानों को नकद सहायता देने आदि की घोषणा की थी।
ऐसे उठाएं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का फायदा
आपको जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है मगर पीएम गरीब कल्याण य़ोजना में आवेदन करने के लिए कोई प्रोसेस अलग से नहीं बनाया गया है। जैसे मुफ्त राशन के लिए आपके राशन कार्ड से बात बन जाएगी। अगर आपके पास राशन कार्ड नहीं है तो आप इसके लिए अप्लाई कर सकते है।
आपको बता दें कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद आई इस योजना को शुरू किया गया था। इस स्कीम के तहत अपनी अघोषित आय का खुलासा करने वालों को टैक्स में 50 फीसदी छूट तय की गई थी। साथ ही इसमें से 25 फीसदी राशि 4 साल तक सरकार के पास रखने का नियम बनाया गया। यह रकम बिना किसी ब्याज के 4 साल बाद सरकार उस व्यक्ति को लौटा देगी। सरकार ने कहा था कि इसी रकम को गरीब कल्याण योजना फंड में रख कर कल्य़ाणकारी योजनाओं में खर्च किया जाएगा।
प्रधानमंत्री किसान योजना के फायदे
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लगभग 80 करोड़ लोगों को कवर किया जा रहा है। इसके तहत सभी को पहले से जो कुछ भी मिल रहा है उसके अतिरिक्त 5-5 किलो गेहूं या चावल दिया जा रहा है। ये उस पर निर्भर करता है की वो चावल लेता है या गेहू। कोरोना के संकट में प्रोटीन की महत्ता को देखते हुए सरकार नवंबर 2020 महीनों के लिए प्रत्येक घर को उनकी पसंद की 1 किलो दाल भी उपलब्ध कराएगी। प्रधानमंत्री किसान योजना के माध्यम से किसानों को हर साल 6000 रुपए दिए जा रहे हैं। अनुमान है कि लगभग 8.69 करोड़ किसानों को इससे तुरंत लाभ होने की उम्मीद है। अब नवंबर 2020 तक के लिए, दिव्यांग, गरीब वरिष्ठ नागरिक, विधवाओं को 1000 रुपए दिए जाएंगे।
Written by- Prashant K Sonni