तो इसलिए मनाते हैं गुरुपूर्णिमा, जानिये इसके महत्व
गुरु एक शब्द नहीं जो लबों से निकल गया हो, गुरु वो भंडार है जहां कभी कमी नहीं आती, हमेशा ज्ञान मिलता है | गुरु वो आस्था है जिसके बिना इंसान कुछ नहीं है | गुरु को हम शब्दों में परिभाषित नहीं कर सकते, जिसने हमें शब्द लिखना सिखाया उसी को आखिर…