39 साल के हुए ‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धोनी, जानिए भारत के सबसे सफल कप्तान का “माही” से “महेंद्र सिंह धोनी” तक का सफर

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गजब का क्रिकेटर, कमाल का विकेट कीपर, बेमिसाल कप्तान, दुनिया का नंबर वन फिनिशर, “महेंद्र सिंह धोनी” ये नाम क्रिक्रेट की दुनिया में जब गूंजता है, तो करोड़ों फैंस उसके सजदे में झुकते हैं। विरोधी भी इस नाम का सम्मान करते हैं। दुनिया जीतने वाले कप्तान भी एमएस धोनी को कप्तानों का कप्तान मानते हैं।
रांची में पैदा हुए राजकुमार ने अपने करियर में वो सब कुछ हासिल किया है जिसका सपना दुनिया का हर क्रिकेटर देखता है।

39 साल के हुए 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी, जानिए भारत के सबसे सफल कप्तान का "माही" से "महेंद्र सिंह धोनी" तक का सफर

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेट कीपर एमएस धोनी आज 39 साल के हो गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं। महेंद्र सिंह धोनी को पद्मा श्री, पद्मा भूषण और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। वे भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 आईसीसी टी-20 विश्व कप, 2011 क्रिक्रेट विश्व कप और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की है।

39 साल के हुए 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी, जानिए भारत के सबसे सफल कप्तान का "माही" से "महेंद्र सिंह धोनी" तक का सफर

7 जुलाई 1981 को रांची में जन्मे धोनी को आज दुनिया के सभी बड़े क्रिकेटर दुआएं दे रहे हैं। एमएस धोनी का जन्म दिन हो तो समझ लीजिए सोशल मीडिया पर उनका ही राज रहेगा, 7 जुलाई जैसे जश्न की तरह होता है। महेंद्र सिंह धोनी के फैंस उन्हें उंतालिस्वे जन्मदिन पर बधाई दे रहे हैं, साथ ही उनके साथ खेलने वाले कई दिग्गज क्रिकेटर भी एमएस धोनी को इस खास दिन के मौके पर याद कर रहे हैं। टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, मोहम्मद कैफ, कुलदीप यादव समेत कई खिलाड़ियों ने एमएस धोनी को जन्मदिन की बधाई दी।

शरुआती जीवन

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महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को बिहार के रांची शहर में हुआ था जो कि अब झारखंड राज्य में है। उनके पिता का नाम “पान सिंह”, और मां का नाम “देवकी” है। वैसे तो धोनी का होम टाउन उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में लावली नाम के एक गांव में है, लेकिन उनके पिता पान सिंह की जॉब मकोन कंपनी में जूनियर मैनेजमेंट में लगने की वजह से उन्हें पूरे परिवार के साथ रांची में शिफ्ट होना पड़ा। धोनी के साथ ही साथ उनकी एक बहन है जिसका नाम “जयंती” है और एक भाई भी है जिसका नाम “नरेंद्र” है। धोनी ने अपने शुरु की पढ़ाई डीएवी जवाहर विद्यालय मंदिर, रांची से की थी।

एमएस भले ही आज सफल क्रिकेटर के तौर पर जाने जाते है लेकिन बचपन में उन्हें बैडमिंटन और फुटबॉल का बहुत शौक था। वह फुटबॉल में इतने अच्छे थे, कि उन्होंने छोटी उमर में ही डिस्ट्रिक्ट और क्लब लेवल पर खेलना शूरु कर दिया था। वह अपनी फुटबॉल टीम में गोल कीपर के तौर पर खेलते थे, उनके गोल कीपर के तौर पर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए फ़ुटबॉल टीम के कोच ने उन्हें क्रिक्रेट में हाथ आजमाने के लिए भेजा। हालंकि धोनी ने उससे पहले कभी क्रिक्रेट नहीं खेला था, फिर भी उन्होंने अपनी विकेट कीपिंग से सबको बहुत प्रभावित किया और कमांडो क्रिक्रेट क्लब के रेगुलर विकेट कीपर बन गए।

दिलोजान से चाहते हैं खिलाड़ी, सभी करते हैं माही का सम्मान

39 साल के हुए 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी, जानिए भारत के सबसे सफल कप्तान का "माही" से "महेंद्र सिंह धोनी" तक का सफर


महेंद्र सिंह धोनी लंबे समय तक टीम इंडिया के कप्तान रहे, वन डे में उन्होंने 200 मैचों में कप्तानी की, टेस्ट में 60, वहीं 72 टी-20 मैचों में उन्होंने कप्तानी की। आईपीएल की बात करें तो धोनी शरुआत से ही सीएसके के कप्तान रहे और उनके अलवा किसी और कप्तान के बारे में कभी सोचा भी नहीं गया। धोनी अपने खिलाड़ियों को बहुत सपोर्ट करते है यही वजह है कि उनके खिलाड़ी मैदान पर जी जान लगा देते हैं।
लंबे समय तक सीएसके में खेलने वाले स्पिन गेंदबाज आर अश्विन ने धोनी को लेकर कहा था कि “बतौर कप्तान अगर धोनी उन्हें मर जाने के लिए भी कहेंगे तो वो उसके लिए तैयार हैं।” सीएसके के ऑलराउंडर डवेन ब्रावो ने भी कई मौकों पर कहा है कि “धोनी से बेहतर कप्तान दुनिया में कोई और नहीं है।” 2011 वर्ल्ड कप जीत के दौरान कोच रहे गेरी क्रिस्टेन ने एक बार कहा था कि “धोनी अगर साथ हैं तो में युद्ध करने भी जा सकता हूं।” मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने भी कहा है कि “कोई आए या जाए, धोनी मेरे कप्तान थे और हमेशा रहेंगे।”

16 साल में इतनी बार बदल चुके हैं हेयर स्टाइल
महेंद्र सिंह धोनी वैसे तो अपने सरल और सीधे लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते हैं लेकिन जब बात हैरस्टाइल की आती है तो वो किसी से पीछे नहीं रहते। धोनी ने जब 2004 में डेब्यू किया था तो उनके बाल बड़े और सुनहरे थे। उनके हेयर स्टाइल के पाकिस्तान के तब के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ भी फैन थे और उन्होंने धोनी को 2006 पाकिस्तान दौरे पर बाल ना काटने की सलाह भी दी थी। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप जीत के साथ ही उनका अंदाज़ भी बदल गया उन्होंने सुनहरे काले बाल करने के साथ साथ बालों को स्ट्रेट भी करा लिया था। साल 2008 में पहली बार फैंस ने धोनी को छोटे बालों में देखा। अपने कैरियर के शरुआत के बाद से पहली बार उन्होंने बाल छोटे किए थे। इसके अगले ही साल धोनी फिर एक अलग लुक में नजर आए, इस बार वो स्पिक्स में नजर आए। साल 2010 में धोनी ने बाज हेयर कट कराया। साल 2011 में वर्ल्ड कप जीत के बाद धोनी गंजे नजर आए। साल 2018 के बाद से धोनी सल्ट एंड पेपर लुक में दिखाए दे रहे हैं जहां उनकी दाढ़ी सफेद रहती है और बाल काले रहते हैं।

लेफ्टिनेंट कर्नल “महेंद्र सिंह धोनी”

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धोनी को भारतीय सेना में एक सकारात्मक ब्रांड एंबेसडर के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया द्वारा शामिल किया गया था, जो एक पूर्व डीजीएमओ और कर्नल पैरा रेजिमेंट भी रह चुके हैं। धोनी को आर्मी में शामिल करने के पीछे उनका उद्देश्य घाटी में बसे लोगों को आर्मी के लिए प्रेरित करना था। भारतीय सेना के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि “भारतीय सेना हमेशा कश्मीर के लोगों की हित के लिए खड़ा रहा है। वे हर परिस्थिति में घाटी में रहने वाले लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।” इससे पहले धोनी को जब साल 2018 में पद्म भूषण सम्मान मिला था तो राष्ट्रपति भवन में वे मानद रैंक लेफ्टिनेंट कर्नल की यूनिफॉर्म में नजर आए थे। जैसे ही उनका नाम पुकारा गया धोनी किसी सैन्य अधिकारी की ही तरह कदमताल करते हुए राष्ट्रपति के पास पहुंचे और उसी तरह वापस आए थे।

Written by – Ansh Sharma