शटल ट्रेन से घर जा रहे एक छात्र को दबंगों ने असावटी रेलवे स्टेशन पर उतार लिया और लोहे के राॅड व डंडों से मार मार कर अधमरा कर दिया। छात्र का दोनों हाथ फैक्चर हो गया है। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित परिजनों के मुताबिक दबंगों ने बेटे को जान से मारने का प्रयास किया था। पिटाई करता देख जब अन्य दैनिक यात्री मौके पर पहुंचे तो हमलावर फरार हो गए।
लोगों ने घायल छात्र को ट्रेन में बैठाकर पलवल ले आए। उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जीआरपी ने तीन नामजद समेत आधा दर्जन हमलावराें के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।पलवल के कैलाशनगर निवासी विनय कुमार पुत्र देवी सिंह ने जीआरपी केा दी शिकायत में कहा है कि वह मूलरूप से राजस्थान के जिला अलवर का रहने वाला है।
पलवल में उनका परिवार किराए पर रहता है। वह नेहरू कॉलेज फरीदाबाद में बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। वह अक्सर लोकल ईएमयू ट्रेन से कॉलेज जाता-आता है। 8-9 दिन पहले कॉलेज में पढ़ने वाले गांव असावटी के मोनू, बिट्टू व विकास का मेरे जानकार कुछ छात्रों से फरीदाबाद स्टेशन पर झगड़ा हुआ था। जिससे मोनू, बिट्टू व विकास मुझसे रंजिश रखने लगे।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह कॉलेज से क्लॉस अटेंड करके शाम 4:00 बजे फरीदाबाद से पलवल जाने वाली ईएमयू से गेट के पास खडा होकर अपने घर जा रहा था। क्योंकि ट्रेन में भीड़ अधिक थी।
जब ईएमयू ट्रेन असावटी के प्लेटफार्म पर पहुंकर रूकी, तभी मोनू, बिट्टू, विकास व 5/6 अन्य लड़कों ने जबरन ट्रेन से खींच लिया। उक्त लोगों ने हाथ में लिए लोहे के रॉड और डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। कई हमलावरों ने मुंह पर कपड़ा लपेटा हुआ था।
शोर मचाने पर कुछ दैनिक यात्री मुझे बचाने आए तो हमलावर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। बुरी तरह घायल दैनिक यात्रियों ने छात्र को खडी ईएमयू ट्रेन में चढाकर पलवल लाए और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पलवल में पहुंचाया।
हमले में दोनों हाथों की हड्डी फैक्चर है। इसके अलावा भी सारे शरीर पर गुम चोटें आयी हैं जीआरपी ने तीन नामजद हमलावरों समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।