फरीदाबाद के औद्योगिक नगरी है और इसमें बहुत से उद्योग हैं रिश्ते कई हजार लोगों का रोजगार होता है। परंतु यदि इसी इंडस्ट्रियल एरिया में इन सभी उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं ना मिले तो क्या होगा ।
जानकारी के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण इसके लिए एक डेडलाइन भी तय किया है जानकारी के लिए बता दें कि यह काम 2022 में ही पूरे हो जाने चाहिए थे।
परंतु यह कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ जिसके चलते एचएसवीपी विधाओं को अगले साल मार्च तक पूरा करने का डेडलाइन तय किया है। यह कार्य फिर से कछुए की रफ्तार से चालू किया जा रहा है।
बाद में कई स्थानों पर टूटी सड़कें सीवर ओवरफ्लो सड़कों पर जलभराव आदि समस्याएं देखी जा रही है वहीं इंडस्ट्रियल एरिया में यह समस्या नहीं होनी चाहिए थी परंतु यहां पर भी ऐसी ही समस्या देखी जा रही है वहीं दूसरी ओर यह भी समस्या है कि इंडस्ट्रियल एरिया के इन सभी सड़कों पर स्ट्रीट लाइटों का भी प्रबंध नहीं है।
जिसके कारण रात के अंधेरे में यदि कोई ट्रैक्टर ट्रक आदि बाहर आते हैं तो उनके दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद के सेक्टर 24 डीएलएफ इंडस्ट्रियल एरिया जैसे इलाकों में इन समस्याओं को दूर करने के लिए लगभग 107 करोड रुपए का विकास कार्य किया जा रहा है ।
वही इस बजट को चुकाने के लिए इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट द्वारा ही किया जा रहा है। यह काम 1 साल के भीतर पूरा हो जाना था परंतु कछुए की रफ्तार से चल रहा है यह कार्य अपने डेट लाइन पर पूरा नहीं हो सका ।
जिसके चलते डेटलाइन को बढ़ाकर मार्च 2023 कर दिया गया। यहां पर सुविधाओं के लिए कोई भी कार्य पूरा नहीं हुआ है मूलभूत सुविधाएं भी आधे से भी कम हो पाई है। इसका सबसे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि जो भी इस कार्य का बजट आया है ।
इसमें रुक रुक कर पैसे दिए जा रहे हैं जिसके चलते काम भी धीमी गति से हो रहा है। वहीं प्रशासन की तरफ से यह आश्वासन दिया जा रहा है कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में चल रहे इन कामों को फिर से तेज किया जाएगा और मार्च 2023 तक सभी कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। वही जो भी समस्याएं उद्योगपतियों व वहां पर आ रहे सभी लोग जो इन उद्योगों में कार्य करते हैं उन्हें सुविधाएं मिलेंगी।