स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी शहर में डेंगू के केस थमने का नाम नहीं ले रहें है। बीते मंगलवार को भी शहर में 2 नए डेंगू के मरीज आए है, जिस वजह से मरीजों का आंकड़ा 112 के पास पहुंच गया है। डेंगू के इन बढ़ाते हुए के केसों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
बता दें कि शहर में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के केस बदलते हुए मौसम की वजह से बढ़ रहे है। क्योंकि बारिश का पानी शहर में जगह जगह इकट्ठा हो जाता हैं। जिस वज़ह से डेंगू के मच्छर उसमें पनपने लगते हैं। इसी के साथ बता दे कि शहर में यह डेंगू के केस जब बढ़ रहे है, जब स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने डेंगू पर काबू पाने के लिए डेंगू नियंत्रण अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत वह उन क्षेत्रों में जाकर फागिंग कर रहे है, जिनमें सबसे ज्यादा डेंगू के मामले आए है। साथ ही जमा पानी में एंटी लार्वा एक्टिविटी भी चलाई जा रही है।
इस बीमारी के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए हमारा आपसे अनुरोध है कि आप अपने घर में और घर के आसपास के गड्ढों में, छत पर, टायर ट्यूब में, टूटे बर्तन में और कूलर में गंदा पानी जमा न होने दें। साथ ही अपने आसपास साफ सफाई का भी ध्यान रखें और डेंगू के लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह ले।
ये हैं डेंगू के लक्षण-
गंभीर पेट दर्द होना
लगातार उल्टी होना
मसूड़ों या नाक से खून आना
सांस लेने में कठिनाई होना
थकान होना
चिड़चिड़ापन या बेचैनी होना
डेंगू से बचाव के उपाय –
घरों के आसपास गड्ढों को मिट्टी से भरवा दें
कूलर, होदी या अन्य पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें
पूरी बाजू के वस्त्र पहनें और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
छतों पर रखी पानी की टंकी पर ढक्कन लगाकर बंद रखें
मलेरिया के अधिक जोखिम वाले इलाकों में घरों के अंदर
कीटनाशक का छिड़काव करें
बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें