हरियाणा में चाय बेचने वाले पर निकला 51 करोड़ का लोन :- बैंकों में अक्सर आपने यह होते हुए देखा होगा कि किसी के खाते में करोड़ो रूपए आगये किसी के खाते से करोड़ो रूपए गायब हो गए | लेकिन हरियाणा में बैंक की गलती के कारण ऐसी घटना सामने आयी है, जिस से आपके होश उड़ जाएंगे | दरअसल, एक चाय की रेहड़ी लगाने वाला 50 करोड़ 76 लाख रुपए का बैंक कर्जदार |
हर कोई यह सुनकर चकरा जाएगा, लेकिन कुरुक्षेत्र में टी स्टाल चलाने वाले एक व्यक्ति ने 50 हजार का लोन अप्लाई करने के बाद रिजेक्ट होने पर जब सिबिल चेक करवाया, तो यह देख वह भी चकरा गया |
बैंकों में ऐसी की ठंडी – ठंडी हवा खाने वाले कर्मचारी अपने काम को लेकर कितनी लापरवाही बरतते हैं आपको आज पता चलेगा | चाय की दुकान चलाने वाले दयालपुर निवासी राजकुमार का कहना है, उसने कभी किसी बैंक से लोन ही नहीं लिया, तो सिबिल में उसके नाम इतना लोन कैसे दिखा दिया |
ठंडी – ठंडी हवा खाने से शायद कर्मचारियों का दिमाग ठंडा पड़ गया होगा | राजकुमार का कहना है, वह 33 गज के मकान में रहता है, साइकिल के अलावा उसके पास कोई व्हीकल भी नहीं हैं | लिहाजा बैंक प्रबंधन की इस खामी से पूरा परिवार परेशान है | कुरुक्षेत्र के आहलूवालिया चौक के नजदीक चाय की स्टाल लगाने वाले दयालपुर निवासी राजकुमार ने बताया लॉकडाउन के कारण कई माह से कामकाज ठप था |
दूध के पैसे चुकाने के लिए किया था 50 हजार के लोन के लिए आवेदन
मीठी – मीठी बातों से फ़साने वाले बैंको के कर्मचारी गरीबों के बारे में बिलकुल नहीं सोचते | राजकुमार ने बताया कि लॉकडाउन में करियाना व दूध के पैसे चुकाने को किया था 50 हजार रूपए का लोन अप्लाई उसने कुरुक्षेत्र रेलवे रोड स्थित उज्जवला स्माइल फाइनेंस बैंक में 50 हजार का लोन लेने के लिए अप्लाई किया था। ताकि इस पैसे से जो भी करियाना, दूध, अन्य देनदारियां हैं, उन्हें उतार सके। उन्होंने बताया उसके गांव के अन्य कई लोगों का तो लोन पास हो गया, लेकिन उसका लोन बैंक ने रिजेक्ट कर दिया।
निकला 51 करोड़ का लोन
बैंक कर्मचारी हो या कॉल सेंटर वाले दोनों ही गरीबों की परवाह नहीं करते, अपना पेट भरने के लिए मीठी – मीठी बाते करते हैं | लोन जब रिजेक्ट हुआ तो इस संबंध मेंराजकुमार बैंक में पता करने गया, तो उसे बैंक में बताया गया, आपको लोन नहीं मिल सकता | कारण आपके नाम से पहले कई लोन हैं, आपका रिकॉर्ड सिबिल में ठीक नहीं है |
यह चलने पर उसे एकबारगी तो हैरानी हुई, क्योंकि उसके नाम केवल मुद्रा योजना के तहत 20 हजार की लिमिट उसने बनवाई है, वह समय पर अदायगी किस्तों पर इस पैसे की कर रहा है, अन्य कोई लोन उसने कभी नहीं लिया | इसके बाद उसने अपना सिबिल रिकॉर्ड चेक करवाया, तो पता चला सिबिल में उसके नाम 50 करोड़ 76 लाख के कई लोन चल रहे हैं। यह सुनकर उसके पांव तले जमींन खिसक गई |
50 करोड़ का कर्ज सुन किसी को भी दिल का दौरा आ सकता है | बैंक कर्मचारियों ने माफ़ी नहीं मांगी उनसे जब की लीड बैंक मैनेजर हरि सिंह गुमरा ने बताया सिबिल में एक चाय की रेहड़ी लगाने वाले के खाते में इतना लोन दिखाना, तकनीकी खामी के कारण ऐसा हुआ होगा | राजकुमार संबंधित बैंक मैनेजर से मिल कर अपना सिबिल ठीक करा सकता है |