हरियाणा :- चालू हुई ई-रजिस्ट्री हरियाणा सरकार तहसीलों में हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त होती नजर आ रही है , क्योंकि भ्रष्टाचार की प्रणाली किसी भी देश को खोखला बना देती है। खासकर यह भ्रष्टाचार जब उच्च स्तर पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए जाएं।
इसलिए अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सरकारी दफ्तर में पनप रहे भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए अब काम करने का एक नया ढंग खोज निकाला है।
तहसीलो में होगी ई-रजिस्ट्री
दरअसल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि तहसीलों में ई-रजिस्ट्री प्रणाली लागू की है, जिसके तहत एक जगह दस्तावेज जमा कराने के बाद कहीं से रजिस्ट्री कराई जा सकती है। आपको बताते चलें कि पहली बार राज्य में इस दिशा में देश में कदम उठाए गए हैं, इस फैसले का मुख्य उद्देश्य यही है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
इस मौके पर खट्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पांच वर्ष पूर्व सुशासन दिवस अवसर पर तहसीलों में ई-रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की थी। सरकार वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष के तौर पर मना रही है जिसके तहत आमजन की सुविधा के लिए सभी जरूरी कामों का ऑनलाइन के माध्यम से सरलीकरण किया जा रहा है।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे आरोप लगाने से पहले अपने शासन काल की कानून और अन्य व्यवस्थाओं पर विचार अवश्य कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मौजूदा समय में पहले की अपेक्षा कानून-व्यवस्था बेहतर है। पुलिस ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। अलग से महिला पुलिस थाने खोले गए हैं। पुलिस बल में पारदर्शी तरीके से भर्ती की गई है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उनकी सरकार सत्ता में इसी नारे के साथ आई थी कि सबका साथ सबका विकास करेगी और उनके लिए सबसे पहले प्राथमिकता जनता ही है। जिन्होंने अपने कीमती मतों से उन्हें बीजेपी सीएम की सत्ता पर बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि वह जन सेवा के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं और निस्वार्थ भाव से जनता की सभी समस्याओं का निदान वह जरूर करेंगे।