साथियों, मैंने चंडीगढ़ में विधायक को मिलने वाला फ्लैट सरेंडर कर दिया है। इस बाबत मैंने विधानसभा अध्यक्ष माननीय ज्ञानचंद गुप्ता जी को 14 जुलाई को पत्र भी लिख दिया है।
आपकी जानकारी में होगा कि मैंने सबसे पहले 5 फरवरी को यात्रा भत्ता नहीं लेने संबंधी पत्र विधानसभा अध्यक्ष को लिखा था। इसके बाद 8 मार्च को मैंने अपने दोनों गनमैन भी पुलिस प्रशासन को वापस लौटा दिए थे।
कोरोना काल के दौरान 19 अप्रैल को मैंने अपना वेतन और एलटीसी भी 50 फीसद छोड़ने की बाबत विधानसभा अध्यक्ष जी को पत्र लिख दिया था।
मित्रों, आपकी जानकारी में यह सब मैं इसलिए ला रहा हूं कि एक जनप्रतिनिधि को कम सरकारी साधनों का उपयोग करते हुए अपने क्षेत्र के हितों की रक्षा और क्षेत्र के लोगों की सेवा करनी चाहिए।
एक और अन्य विषय मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद से गुरुग्राम तक मेट्रो रेल लाइन की डीपीआर तैयार कराई है। इसमें सरकार ने रूट नंबर तीन को अंतिम रूप दिया है।
जिसमें मेट्रो रेल बाटा चौक से अरावली गोल्फ कोर्स होते हुए गुरुग्राम जाएगी। मैंने सरकार को सुझाव दिया है कि मेट्रो रेल के लिए रूट नंबर एक या दो को अंतिम रूप दिया जाए। इसमें मेट्रो रेल बाटा चौक से प्याली चौक होते हुए गुरुग्राम जा रही है। प्याली चौक के बारे में आपको बता दूं कि इस चौक से तीन विधानसभा क्षेत्रों की करीब दस लाख की आबादी कनेक्ट करती है।
मैंने इस बाबत मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल जी को भी एक पत्र लिखा है। आपसे मेरा निवेदन है कि आप कृपया यह मुद्दा अपने समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक चैनल सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उठाने का कष्ट करें।