कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 13 अगस्त से प्राथमिक उपचार सेवा को दुबारा शुरू किया जाएगा। पहले चरण में मेडिसिन, सर्जरी, हड्डी रोग और प्रस्तुति के सौ केस ओपीडी में देखने की स्वीकृति दी गई है।
जिला प्रशासन द्वारा ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने यह कदम कोरोना महामारी के संक्रमण के प्रकोप से बचने के लिए उठाया था। जिस कारण से अस्पताल में प्राथमिक उपचार की सुविधा पर कुछ समय के लिए विराम लग गया था।
कार्ड धारकों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया था। महामारी के चलते अप्रैल से ही मेडिकल कॉलेज को बंद कर दिया गया था। सरकारी अस्पताल में चिकित्सा सेवा ना मिल पाने के कारण आम आवाम को मुश्किलें झेलनी पड़ी। लोगों को परेशानी से बचाने के लिए फरीदाबाद के सेक्टर 8 में ओपीडी को शुरू किया गया था। 15 अप्रैल से सेक्टर 8 में शुरू ओपीडी में मेडिकल कॉलेज से आने वाले मरीजों को रेफर किया जा रहा था।
बहरहाल , आने वाली 13 तरीक से कर्मचारी राज्य बीमा निगम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा जांच के दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं। मेडिसिन, सर्जरी, हड्डी रोग और प्रस्तुति के साथ साथ अस्पताल में कान, नाक, गाला, नेत्र और त्वचा रोग जैसी बीमारियों से ग्रसित रोगियों का भी ओपीडी में इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। इन बीमारियों के लिए पहले चरण में 50 रोगियों को ही पंजीकृत करने की इजाज़त मिलेगी।
आपको बता दें कि वहीं मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों के वार्ड और बिल्डिंग के पास जाने की अनुमति किसी को भी नहीं दी जाएगी। अस्पताल एवं कॉलेज प्रशासन की तरफ से सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने हेतु कड़ी गाइडलाइन्स भी जारी की जाएंगी।