कोरोना काल ने सब कुछ बदल के रख दिया है | अपराधी नए – नए तौर तरीकों के साथ – साथ चोरी की नई – नई वस्तुएं भी खोज रहे हैं | सड़कों पर पड़ी रहने वाली गोबर को आमतौर पर कोई नहीं देखता, लेकिन छत्तीसगढ़ में यहां की कांग्रेस सरकार के तले लड़कियां तो दूर की बात गोबर भी सुरक्षित नहीं है |
दरअसल, कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ सरकार लगातार चर्चे में है | कुछ रोज पहले भूपेश सरकार के गोबर खरीदने के फैसले ने सबको हैरान किया था |
छत्तीसगढ़ की सरकार अपने बेतुके बयानों से लेकर गिलगित राजीनति के लिए विख्यात है | यहां से गोबर चोरी होने की खबर सामने आई है | सुनने में अजीब है लेकिन कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ विकासखंड के एक गांव में दो किसानों के बाड़े में जमा करके रखा गया लगभग 100 किलो गोबर चोर चुरा ले गए |
भूपेश बघेल सरकार नाकामयाबी की सीढियाँ हर रोज चढ़ती है | किसानों ने गोठान समिति पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई | गोठान समिति की ओर से चोर को पकड़ने की फरियाद के साथ एक आवेदन स्थानीय थाने में भी दिया गया है | वहां की सत्तारूढ़ सरकार गोधन न्याय योजना के तहत दो रुपये प्रति किलो की दर से गोठान समितियों के माध्यम से गोपालकों द्वारा संग्रहित गोबर को सरकार खरीदती है |
किसानों का शुब्चिन्तक बन ने का प्रयास कांग्रेस सदियों से करती आ रही है, लेकिन कोई कार्य पूर्ण रूप से संपन नहीं कर पाती | सरकार गोबर की खाद बनाने के साथ कई तरह के उपयोगी सामान बनाकर गोठान समितियां बाजार में ला रही है | दिलचस्प यह है कि आज तक देश में शायद ही गोबर चोरी का कोई मामला सामने आया हो |
भूपेश बघेल को राजीनीति का र की भी समझ नहीं है उन्हें बहुत से लोग कांग्रेस का छोटा पप्पू कहकर पुकारने लगें ऐसा कार्य करते हैं वो | बता दें कांग्रेस के नेतृत्व वाली बाघेल सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना नाम की ‘निराली’ स्कीम लॉन्च किए जाने के बाद यह घटना सामने आई है |