कोरोना वायरस ने अपनी जड़ें जिस प्रकार मजबूत की हुई हैं, उस से लगता है कि इस से निजात पाना बहुत कठिन होगा। सभी जगह महामारी से लोग पस्त हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के किसी भी जिले में हुई कोरोना की जांच के मामले में गुरुग्राम सबसे आगे निकल चुका है। गुरुग्राम में प्रति दस लाख लोगों पर करीब एक लाख जांच हो रही हैं, जो देश के किसी भी जिले की सर्वाधिक संख्या है। कोरोना मरीजों के दोगुने होने का अनुपात भी बढ़कर 94-95 दिन हो गया है।
फरीदाबाद में महामारी अपने चरम पर है। सीएमओ के अनुसार बुधवार तक गुरुग्राम प्रति दस लाख पर एक लाख जांच करने वाला जिला बन जाएगा, यह पूरे देश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि अब तक जिले में में 1,38,921 लोगों की जांच की जा चुकी है।
हरियाणा के हीरे फरीदाबाद और गुरुग्राम में कोरोना महामारी ने तबाही मचा दी है। सिविल सर्जन ने बताया कि गुरुग्राम में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में न केवल कमी आई है बल्कि मृत्यु दर भी घटकर 1.25 फीसदी रह गई है।जिले में मरीजों की सक्रियता की दर भी घटकर 6.95 फीसदी तक हो गई है जबकि स्वस्थ होने का अनुपात बढ़कर 92.05 फीसदी हो गया है।
महामारी को हरा तो सकते हैं, यदि हम सतर्कता दिखाएं। प्रदेश में 47 हजार मामले होने वाले हैं। इसमें से 38,939 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। प्रदेश का 83.90 रिकवरी प्रतिशत है, जबकि प्रदेश भर में 6943 एक्टिव केस है। हरियाणा में 538 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें से 378 पुरुष है और 150 महिलाएं है। जबकि कोरोना को लेकर टिवनसिटी में मरीजों की रिकवरी प्रतिशत निचले पायदान पर है।
गुरुग्राम और फरीदाबाद की जनता से कोरोना का भय निकल चुका है। महामारी अब आम सी लगने लगी है। गुड़गांव 91.95 रिकवरी प्रतिशत के साथ पहले, फरीदाबाद 90.84 के साथ दूसरे व झज्जर 90.73 रिकवरी प्रतिशत के साथ तीसरे पायदान पर है। वहीं यमुनानगर की बात करें तो जुलाई माह से कोरोना के मामलों में इजाफा तो हुआ, मरीजों के मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है।