एक तरफ जहां भारत देश कोरोनावायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है और भारत सरकार हर संभव प्रयास द्वारा देशवासियों को इस महामारी से निजात दिलाने के प्रयास कर रही हैं वहीं सोशल मीडिया पर देश के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने वाले लोग अपनी सोच को फैलने से बाज नहीं आ रहे हैं कुछ दिनों से ऐसे लोगो द्वारा भारत की छवि को खराब करने के लिए जमकर प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। इसी के चलते दुबई में फंसे मशहूर गायक सोनू निगम के खिलाफ भी सोशल मीडिया पर कुछ ट्विटर अकाउंट द्वारा यह अभियान चलाया गया था कि सोशल सोनू निगम वही व्यक्ति है जिन्होंने कुछ महीनों पहले भारत में मुस्लिमों के खिलाफ विवादित बयान दिया था इसलिए दुबई सरकार उन्हें दंडित करें।
इसके अतिरिक्त भी सोशल मीडिया पर कुछ फेक अकाउंट्स अरब देशों के सरकार से जुड़े लोगो को टैग कर यह अफवाह फैला रहे है कि भारत में रहने वाले मुस्लिमो पर असहनीय अत्याचार हो रहा है और भारत में रहने वाले मुस्लिमो की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है जिसमें वर्तमान केंद्र सरकार का हाथ है इसलिए सभी इस्लामिक देश भारत के साथ अपने सभी व्यापारिक रिश्ते को पूरी तरह से समाप्त करे। ऐसे एएकांउटस अरब देशों में रहने वाले लोगों के नाम पर बनाए हा रहे ताकि इस प्रोपेगेंडा को बढ़ावा मिले।
लेकिन जब हमने इस बारे में पड़ताल की तो जिन ट्विटर अकाउंट द्वारा यह प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है उनमें से अधिकतर अकाउंट्स फेक पाए गए और ये अकाउंट्स अभी हल ही में अरब देशों के ट्विटर अकाउंट में तब्दील हुए है जो पाकिस्तानी लोगो द्वारा संचालित किए जा रहे है ताकि भारत की छवि को खराब किया जा सके। इसी प्रकार सोनू निगम के खिलाफ सोशल मीडिया पर खुद को फरीदाबाद निवासी बताने वाली सबनम फातिमा नाम के जिस अकाउंट्स से बढ़ चढ़कर नफरत फैलाई जा रही थी उसकी अधिक पड़ताल करने पर हमने पाया कि यह अकाउंट किसी मुकीम नाम के व्यक्ति का है जो अपना नाम सबनम फातिमा बदलकर सरकार एवं भारत कि छविं को खराब करने के लिए ऐसे ही प्रोपेगेंडा का जन्मदाता है।
ऐसे में प्रशासन को जल्द से जल्द इन नकली ट्विटर हैंडल चलाने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए ताकि इन लोगों को दंडित कर अन्य लोगों तक यह सीख पहुंचाई जा सके कि देश किसी भी जाति एवं धर्म से सर्वोपरि है और उसकी आलोचना किसी भी तरीके से बर्दाश्त नहीं की जाएगी।