बढ़ती आधुनिकता के इस दौर में लोगों को कुछ अलग और रोमांचक करने के लिए आये दिन नए तरीके सोचने पड़ रहे हैं ।यूं तो भारत के लोगों की प्रतिभा पुरे विश्व में विख्यात है पर भारतीयों की नए रिकार्ड्स बनाने में काफी दिलचस्पी रही है ।
अक्सर ही हम सुनते हैं कि किसी न किसी भारतीय ने गिनिस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करा के देश का सर गर्व ऊँचा किया है ।
सबसे तेज़ हिंदी टाइपिंग के लिए नरवाना निवासी दीपक नैन का नाम एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ है ।दीपक ने हिंदी में 26 अगस्त 2020 को ऑनलाइन टेस्ट में 1 मिनट में 121 शब्द टाइप किये थे जिसके बाद उन्होंने कीर्तिमान रच दिया ।
जिसके बाद एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट के द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया ।
कुछ ही दिन पहले हैदराबाद के एक युवक ने दुनिया का सबसे तेज ‘ह्यूमन कैलकुलेटर’ का दर्जा हासिल किया तो खबर ने अच्छे अच्छे बुद्धिजीवियों को अचरज में डाल दिया ।
नीलकंठ भानु प्रकाश नाम का यह लड़का मात्र 20 साल का है इसके दिमाग की स्पीड ने कल्क्युलेटर को भी मात देदी । बेंगलुरु मिरर के मुताबिक, लंदन में आयोजित हुई माइंड स्पोर्ट ओलंपियाड 2020 में नीलकंठ ने ही भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता है।
बता दें कि इस प्रतियोगिता में 13 देशों ने भाग लिया था ।जिसमे अनेकों कैंडिडेट्स अपने देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल करने का सपना मन में ले कर आये थे । नीलकंठ भानु प्रकाश का यह दावा है कि यह पहली बार है, जब भारत ने मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
Written By- MITASHA BANGA