नमस्कार! मैं हूँ फरीदाबाद। आप सबने लॉकडाउन में एक सवाल सुना होगा। सवाल था कि आखिर जिंदगी पटरी पर कब उतरेगी? इन तमाम सवालों पर विराम लगाते हुए सरकार ने सही मायनों में जन जीवन को पटरी पर उतारा है।
अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही जनता मेट्रो रेल के चलने का इंतज़ार कर रही थी। डीएमआरसी के द्वारा दिशा निर्देशों के लागु होने का भी लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। जनता की उम्मीदों का ध्यान रखते हुए सरकार ने मेट्रो सेवा को शुरू करने के आदेश दिए। बीते हफ्ते मेट्रो परिचालन शुरू हुआ और जीवन ने रफ़्तार पकड़ी।
पर मैं खुश हूँ ये सोचकर कि जो लोग दूर दफ्तर में काम करने जाया करते हैं इस कदम से उनको आसानी होगी। जब मैंने अपने प्रांगण में मेट्रो को चलता देखा तो यकीन मानिये मेरा दिल भर आया। मुझको एहसास हुआ कि जिस महामारी की चपेट में ये दुनिया है उस बिमारी ने मुझको कितनी पीछे लाकर खड़ा कर दिया है। पर मेट्रो के चलते ही मुझको बदलाव का एहसास करवाया। मुझको यकीन दिलवाया कि बेशक विकास की राह पर देर है पर अंधेर नहीं।
अगली बड़ी खबर है मेरे क्षेत्र में महामारी के प्रकोप में हलकी गिरावट आने की। 86 कन्टेनमेंट जोन बचे हैं मेरे प्रांगण में। मैं जानता हूँ कि यह अंक कम नहीं पर जिस तरीके से महामारी ने अपना कहर बरपाया है उस समय में यह अंक बहुत बड़ा नहीं है।
मेरे क्षेत्र में कुछ गालियां ऐसी हैं जहां पर आबादी ज्यादा है ऐसे में संक्रमण का दर फैलना आम है। पर मैं जानता हूँ कि जल्द ही यह अंक शून्य में बदल जाएगा। जिले में 86 क्षेत्रों में नए कंटेनमेंट जोन घोषित किए हैं। नए कंटेनमेंट जोन के शहरी क्षेत्र में 200 मीटर के दायरे में ग्रामीण क्षेत्र में एक हजार मीटर के दायरे में बफर जोन रहेंगे।
हम सब जानते हैं कि उम्मीद पर दुनिया कायम है ऐसे में मैं आप सबसे अपील करूँगा कि दूरी बनाए रखिये। हम सब जीत जाएंगे, मुझे यह यकीन है कि एक दिन मैं आपका अपना फरीदाबाद आप सबको 0 कन्टेनमेंट जोन होने की खबर दुंगा।