कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) पर बन ने वाले ऑर्बिटर रेल कॉरिडोर को भारत सरकार की मंजूरी के बाद फरीदाबाद सहित एनसीआर के इलाकों में ख़ुशी भरा माहौल है। दरसअल, मोदी सरकार ने हरियाणा में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस नई रेल लाइन से प्रदेश में औद्योगिक हालात बदलेंगे। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
अर्थव्यवस्था यदि प्रदेश में अच्छी होगी तो युवाओं को रोज़गार भी मिलेगा। आपको बता दें हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कहा है कि एनसीआर में इस रेल प्रोजेक्ट से नए औद्योगिक युग का आगाज होगा। रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा होंगे।
किसी भी राज्य के लिए के उसकी प्रगति उसके युवाओं से होती है। चौटाला ने कहा है कि रेल लाइन से मानेसर, सोहना, फरुखनगर, खरखौदा और सोनीपत के औद्योगिक क्षेत्रों में माल ढुलाई की सुविधा मिलेगी और हर साल करीब 5 करोड़ टन सामान की ढुलाई होगी।
ख़बरों के मुताबिक 2019 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होना था। हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना एनसीआर में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित करने में भी मददगार साबित होगी। यही नहीं एनसीआर से भारत के बंदरगाहों तक आयात-निर्यात के रास्ते भी अधिक सुगम होंगे और इससे परिवहन की लागत और समय में कमी आएगी।
केंद्र सरकार को इस योजना से बहुत सी अपेक्षाएं हैं। पहचान फरीदाबाद अपने पाठकों के लिए लगातार नई – नई जानकारियां लेकर आता है। आपको बता दें इस परियोजना का काम हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम पूरा करेगी जो रेल मंत्रालय और हरियाणा सरकार का संयुक्त उपक्रम है। इसमें निजी निवेश भी शामिल किया जाएगा। परियोजना का काम पांच साल में पूरा किया जाएगा और इसकी अनुमानित लागत 5,617 करोड़ रुपये है।