आपने जब – जब सब्ज़ी खरीदी होगी, तब – तब आपने सब्ज़ीवाले वाले से कहा ज़रूर होगा कि “भईया” सही – सही भाव लगा लोना या थोड़ा कम रेट कर दो। लेकिन पहचान फरीदाबाद आज आपको जो कहानी बताने जा रहा है यह एक अलग ही तरह की घटना है। यहां रेहड़ी पर गली में सब्जी बेचने वाले का ग्राहक से दाम कम करने को लेकर विवाद हो, तो सब्जी विक्रेता ने अपने साथियों को बुलवा लिया।
कोरोना के कारण लोगों का दिमाग भले ही असंतुलित हो रहा हो लेकिन यहां पर सब्ज़ी वाले के साथी भी पिस्टल लेकर पहुंच गए। यह घटना फरीदाबाद में हुई है नंगला एन्क्लेव पार्ट-1 में कुछ ऐसा ही हुआ है। इसमें सब्जी खरीदने घर से बाहर निकली महिला की जान पर बन आई।
ऐसी घटनाएं समाज के लिए ज़रा भी सुखदायी नहीं है। जिसने शिकायत की है वह नंगला एन्क्लेव पार्ट-1 निवासी अफसाना हैं। और उन्होंने पुलिस को बताया है कि उनकी गली में रोजाना बलजीत नाम का युवक रेहड़ी पर सब्जी बेचने आता है। सुबह करीब 10 बजे वह रेहड़ी लेकर आया। अफसाना की सास बाबो उससे सब्जी खरीदने लगी।
आम ज़िंदगी तरह यहां पर भी यह दोनों सब्ज़ियां ले रही थीं और इन्होनें तोरई का भाव पूछा, तो उसने 80 रुपये किलो बताया। इस पर बाबो ने उससे सही-सही भाव लगाने के लिए कहा। इस पर सब्जी विक्रेता भड़क गया। कड़ी आवाज में कहा कि सब्जी लेनी है तो लो, नहीं तो यहां से जाओ। बाबो व अफसाना ने इस तरह बात करने का विरोध किया, तो दोनों पक्षों में तू-तू-मैं-मैं हो गई।
महामारी कोरोना ने हम सभी की ज़िंदगी बदल दी है और सब्ज़ी वाले की भी ज़िंदगी जेल में जाकर बदल सकती है। इस मामले ने सब्ज़ी वाले ने फोन कर अपने चचेरे भाई दीपक को बुला लिया। दीपक मोटरसाइकिल पर पिस्टल लेकर पहुंचा। उसके बाकी साथी थोड़ी देर बाद आ गए। इसके बाद महिलाओं ने घर में घुसकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।