क्या वर्क फॉर्म होम हैं आसान ,कोरोना ने बदला देश मे काम करने का अंदाज।

देश मे बहुत संशोधित अनिच्छुक मेहमान कोरोना वायरस से पूरे देश की हवा को बदल कर रख दिया । कहते है परिवर्तन प्रकृति का नियम हैं पर इस नियम ने बहुत कुछ बदल कर रख दिया हैं । लोगों का रोज़ाना का रुटीन को बिगाड़ दिया हैं ।

सरकार द्वारा कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए घोषित किए गए लॉकडाउन ने कर्मचारियों को घरों (WFH) से काम करने के लिए मजबूर कर दिया है। यह नया सामान्य मानक बन सकता है, कम से कम कुछ कर्मचारियों के लिए कोविड -19 स्थिति हल होने के बाद भी कामगार साबित हो सकता हैं

देश भर में 4.3 मिलियन आईटीबीपीओ कर्मचारियों में से लगभग दो-तिहाई ने लॉकडाउन के दौरान सेवाओं को निरंतर रखने के लिए इस मॉडल काम करने का प्लान किया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोनवायरस के प्रकोप को महामारी घोषित किए जाने के लंबे समय बाद तक, दुनिया भर की कंपनियों ने अपने काम को घर ले लिया। भारत में, कॉग्निजेंट, अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, उबर, ओला, स्विगी, पेटीएम, विप्रो और टेक महिंद्रा पहली कंपनियों में से थे, जिन्होंने वर्क-होम पॉलिसी बनाई थी।

यह उपाय भारत में अन्य कंपनियों के लिए भी समय की जरूरत बन गया क्योंकि राष्ट्र 40 दिनों के लॉकडाउन में चला गया।

ऐसे में कुछ ऐसे लोग भी है जिन्हें वर्क फ्रॉम होम, यानी कि अपने ऑफिस का काम घर से ही करना होगा। ऐसे में लोगों में चिड़चिड़ा पन उभर कर सामने आने लगा है। सारा दिन अपने कंप्यूटर या फोन में वर्क फ्रॉम होम का दबाव मानसिक तनाव को विकार उत्पन्न करता है।

तो आज हम आपको कुछ ट्रिक बताएंगे जिससे आप ना सिर्फ अपने वर्क फ्रॉम को इतमीनान से कर पाएंगे बल्कि अपने आपको स्वस्थ करके बेबाक जीवन व्यतीत करेंगे। अपने मन की सेहत के लिए कुछ समय अपने लिए भी निकालें। कैसे अपने मन की सेहत को दुरूस्त कर सकती हैं। आइए जानें।

1-स्वच्छ निर्मल हवा में कुछ वक़्त खुद को भी दें

दिन के शिड्यूल में अपने लिए एक-आधा घंटा शांति का निकालने की कोशिश करें। जैसे सुबह थोड़ा समय ताजी हवा में छत या बाल्कनी में बिताएं

2- सोशल मीडिया से जुड़े लेकिन लिमिट में

कुछ समय अपने फेसबुक या ऐसे ही सोशल जुड़ाव के लिए निकालें। पौधों की देखभाल करें। ऑनलाइन कुछ नया सीखने की शुरुआत कर सकती हैं।

3- अपने अंदर छिपे टैलेंट को उजागर कर दिखाएं

अपनी किसी हॉबी को वक्त दीजिए।कुछ और नहीं सूझ रहा तो हर दिन नियम से आधे घंटे घर के भीतर ही व्यायाम कीजिए या फिर अगर छत की सुविधा है तो वहां वॉकिंग या योग करिए।

4- दिन की समाप्ति पर सुकून के पलों को याद करें

रात को सारा काम खत्म करने के बाद कुछ देर अगर बाल्कनी है तो वहां या फिर छत पर जरूर गुजारें। मन को एक अलग तरह का सुकून मिलता है।

5.मनोरंजन के लिए धीमी आवाज में पसंदीदा गाने सुने

घर में बंद-बंद रहकर मन भारी सा हो रहा है तो अपने जमाने के सुपरहिट गानों को थोड़े-से तेज वॉल्यूम में बजाकर सुनें। यकीन मानिए, मन खुश हो जाएगा।

Avinash Kumar Singh

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