महामारी के इस दौर में आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया वाली स्थिति उत्त्पन हो गयी है जिसका सामना भारत को ही नहीं बल्कि पुरे विश्व को करना पड़ रहा है। पर ऐसी स्थिति में जहां रोज़ मर्रा के खर्चे उठाना भी आम आदमी पर भारी पड़ रहा है वहां आढ़तियों की हालत इससे भी बुरी है।
केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत 3 बिल लोक सभा और राज्य सभा से पारित किये गए हैं जिसके बाद संभावना है कि यह एक्ट भी जल्द ही बनेंगे। इन बिलों पर सियासत गर्मायी हुई है तो दूसरी ओर किसान भाई और आढ़ती भी काफी गुस्से में हैं।
हरियाणा के अनाज मंडी से ऐसी एक खबर सामने आयी है जिसने आढ़तियों की चिंता और भी बढ़ा दी है। आढ़तियों को व्यापारियों के पास करोड़ों रुपये डूबने का भी मलाल है। 4 साल में 500 करोड़ रुपये मारकर व्यापारी विदेश फरार हो चुके हैं।
इससे पहले भी कई वर्षों में लगभग 2000 करोड़ का चूना व्यापारियों ने आढ़तियों को लगाया है। अनाज मंडी आढ़ती सरकार से काफी नाराज़ चल रही है और उनकी नाराज़गी जायज़ इसलिए भी है क्यूंकि आढ़तियों को उनकी राशि व्यापारियों से दिलाने में कोई मदद नहीं की गई।
अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश चौधरी ने बताया कि सरकार ने इस मामले में लापरवाही से काम लिया। चौधरी का कहना है कि करोड़ों रुपये मारने वाले व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर भी उनके विदेश भागने के बाद दर्ज करवाई जिसका अब कोई फायदा नहीं।
इतना ही नहीं, चौधरी कहना है कि सरकार से कई बार व्यापारियों के पास डूबा करोड़ों रुपये दिलाने की गुहार लगाई, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। दागी व्यापारियों के पासपोर्ट भी दर्ज नहीं किए गए पर सरकार इस मामले में कोई भी कार्यवाई करने से अपना पल्ला झाड़ लेती है। अनेक व्यापारी दुबई व अन्य देशों में जमे हैं जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही जो आढ़तियों के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
Written By- MITASHA BANGA