जंगलो को जानवरो का घर कहा जाता है लेकिन जब उनसे उनका घर ही छिन लिया जाये तो जानवर अपना घर छोड़कर इंसान के घर की और आने लगते है । जिस प्रकार इंसान से उसका घर छिन लिया जाता है और इंसान सड़क पर आ जाता है उसी प्रकार जानवर से घर छीनने के बाद वो भी सड़क पर आ जाते है और इंसान के घरो की ओर रुख करने लगते है।
वैसे जानवर इंसान के घरो की और रुख करते है कहना गलत होगा क्युकी जानवर इंसान के घर की और रुख नहीं कर रहे है बल्कि इंसान ने जानवरो के घरो की और रुख किया है जिसकी वजह से जानवरो से उनका घर छिन गया और वह बेघर होने की वजह से अपना घर ढूंढ़ते ढूंढ़ते सड़क की ओर रुख क्र रहे है और सड़क हादसे का शिकार होने के कारण अपनी जान गवाह रहे है।
हाल ही में सड़क हादसे का शिकार हुए तेंदुए की खबर चर्चे में थी। इससे पहले भी जानवरो की सड़क हादसे में शिकार होने की खबरे आ रही थी। अरावली हिल्स के घने जंगल जो काफी एरिया में फैले हुए है अब इनपर भी अवैध कब्ज़ा किया जा रहा है। जिसकी वजह से जानवर सड़क पर आ रहे है अरावली हिल्स फरीदाबाद गुरुग्राम रोड पर स्थित है जहा से भारी मात्रा में लोगो की आवाजाही होती है ।लोग काफी स्पीड में लोग यहाँ से लोग आते जाते है। और यही एक कारन बनता है जानवरो के सड़क हादसे का।
फरीदाबाद फारेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी राजकुमार का कहना है की अगर लाइफ साइकिल को संतुलित रखना है तो जानवरो की जान बचाना भी अवशयक है। इस्सलिये फारेस्ट विभाग द्वारा जानवरो के बचाव के लिए पाली चौक पर कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया है । यह कॉरिडोर लगभग 200 km की रेंज में बनाया जायेगा, इस कॉरिडोर में आने वाले एरिया में 40 से 50 की स्पीड में यातायात चलाये जायेंगे ताकि निर्धारित स्पीड की वजह से हादसों का रेट कम हो सके। ताकि जानवर और इंसान दोनों की जान बचाई जा सके।