प्रदूषण के कारण पूरे फरीदाबाद शहर के ऊपर काली धुंध की चादर चढ़ी हुई है जहां पर शहर मैं रहने वाले लोगों की आंखों में जलन हो रही है वही धुंध के शरीर पर भी अनेकों दुष्प्रभाव पड़ते नजर आ रहे हैं लगातार प्रदूषण बढ़ने से हवा बेहद खराब हो चुकी है
वही दिवाली का आना भी किस प्रदूषण में बढ़ोतरी कर रहा है दिवाली पर प्रदूषण की गहरी चादर छा जाती है जो लंबे समय तक रहती है इस धुन सुन के छाले के बहुत से कारण है चाहे वह किसानों द्वारा पराली जलाने का हो या फिर पटाखे फोड़ना भी शामिल है
हालांकि पटाखे फोड़ने को लेकर सरकार सख्त कानून बनाए गए हैं लेकिन फिर भी लोग अपने हरकतों से बाज नहीं आते और दिवाली के समय पर जी भर के पटाखे फोड़ते हैं लेकिन फरीदाबाद में अधिकारियों ने शपथ ग्रहण की है जिसमें उन सभी ने संकल्प लिया है
कि वह सभी पटाखे नहीं छोड़ेंगे बुधवार को नीलम चौक स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने दिवाली पर पटाखे नहीं जलाने का संकल्प लिया उन्होंने कहा कि प्रदूषण के खिलाफ जंग में सभी लोगों को मिलकर भाग भागीदारी निभानी चाहिए यह सभी के नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी है
अधिकारियों ने कहा कि इस दिवाली पर पटाखे नहीं जाएंगे प्रदूषण को रोकने के लिए लोगों को आगे आना अति आवश्यक है हालांकि 1 सप्ताह बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक में गिरावट आई है बुधवार को जिले में एक शिवाय का स्तर 327 वर्ष किया गया इससे लोगों ने राहत की सांस की खतरनाक श्रेणी में ही बने हुए हैं
स्मोक के कारण दृश्यता कम है उसे वाहन धीमी गति से चल रहे हैं पिछले कुछ दिनों से शहर की हवा खराब स्थिति में बनी हुई है एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से ऊपर बना हुआ है इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है आंखों में जलन की शिकायत होती है
वह भी धीमी हवा के चलने की वजह से प्रदूषण का स्तर आगे बढ़ने लगा है पिछले 24 घंटे से हवा में थोड़ी गति पकड़ी है मंगलवार की रात को हवाई चलने शुरू हो गई थी बुधवार को पूरा दिन हवा चले का सिलसिला जारी रहा जिसके कारण शहर की आबोहवा में थोड़ी सी बैटरी देखी जा सकती है