अक्सर अपने देखा होगा लोग बिल्ली या कुत्ता पालते है लेकिन एक ऐसा देश जहां खूंखार जानवर पाले जाते है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये खूंखार जानवर भी इंसानों के साथ बड़े ही घुल मिलकर रहते है। एक ऐसा जानवर जिसे छोड़ दिया जाए तो इंसानों को खा जाएगा लेकिन इस देश में जानवरों की अलग ही परिभाषा है।
जी हां हम बात कर रहे है थाईलैंड के बौद्ध मंदिर की। जहां खूंखार जानवर बच्चे की तरह पाले जाते है। चलिए बता देते है वो खूंखार जानवर कौन है जिसे बड़े प्यार से पाला जाता है वो है शेर बाघ चीता, आपको सुनकर हैरानी हुई होगी दरअसल यहां ये जानवर इंसानों के साथ हंसी खुशी रहते है।
हालांकि शेरो को इस तरह रखना कानून के खिलाफ है लेकिन इस मंदिर पर ये कानून लागु नहीं होता है क्योंकि लाख विवादों के बाद भी यहा कुछ ऐसा है जो सरकार को सख्त होने से रोक देता है।
उन लोगों का कहना था की यहां शेरो को बेरहमी से और ड्रग देके नियंत्रित रखा जाता है लेकिन आप को भी ये जान के आश्चर्य होगा की सिर्फ बौद्ध भिक्षु उन्हें अपने खुद के इज्जत किये तरीको से कुछ इस तरह पालते है को वो आम लोगों के साथ घुल मिलके रहते है।
आपको बता दे कि अब तो ये थाईलैंड का एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चूका है यहां साल भर में लाखों सैलानी आते है और खुले में शेरो के बीच मानवीय तरह से रहने का अनुभव उठाते है।
आपको बता दे कि थाईलैंड में जानवरों की तस्करी ज्यादा होने लगी थी जिस कारण बहुत सारे जानवर मारे गए थे। इस देश में शेरों को पालने की कहानी भी अजब है एक दिन एक किसान को जंगल में शेर का बच्चा मिला था
जिसकी माँ को शिकारियों ने मार दिया था। तब उस शेर को मंदिर में पाला गया और देखते देखते ही यंहा अब डेढ़ सौ के करीब शेर हो गए है।