आंदोलनकारी किसान संगठन केंद्र से तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बीजेपी पार्टी हाईकमान ने अपनी पंजाब इकाई के नेताओं को साफ कर दिया है कि सरकार किसी भी हालत में कृषि कानून रद्द नहीं करेगी। वहीं किसानों के आंदोलन में मौजूद एक और किसान की मौत हो गई।
रविवार देर रात किसान आंदोलन में हिस्सा बनने जा रहे किसान गज्जन सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उनकी मौत बहादुरगढ़ बाईपास पर न्यू बस स्टैंड के पास हुई। गज्जन सिंह लुधियाना समराला के खटरा भगवानपुरा गांव के रहने वाले थे। गज्जन सिंह की उम्र लगभग 50 साल थी। गज्जन सिंह किसान आंदोलन में शामिल थे।
किसान गज्जन सिंह के पार्थिव देह को नागरिक अस्पताल में रखवाया गया है। इसके अलावा दिल्ली की तरफ बढ़ने वाले मैकेनिक की रात को स्विफ्ट कार में आग लग गई। कार में आग लगने से मैकेनिक जिंदा जल गया। वह मैकेनिक पंजाब के किसानों के ट्रैक्टर ठीक करने के लिए आ रहा था।
सुबह पता चलने पर पुलिस ने वहा पहुँचकर शव को कार से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस अध्यक्ष ने बताया कि जनकराज धनवाला मंडी निवासी शनिवार रात करीब 11:30 बजे अपने साथी किसानों गुरप्रीत, हरप्रीत व गुरजंट सिंह के साथ बहादुरगढ़ आया था।
मैकेनिक आंदोलन में शामिल किसानों के ट्रैक्टरों को ठीक करने के लिए आया था। रात को सभी के सोने के बाद करीब 1:30 बजे गाड़ी में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। जिसके बाद उसके साथियों एवं वहा मौजूद किसानों ने कोशिश कर आग बुझा दी लेकिन आग में ज़्यादा जलने के कारण उसकी कार के अंदर ही मौत हो गयी।
वहीं शुक्रवार को भिवानी में भी दिल्ली कूच कर रहे किसान का सड़क हादसे के कारण निधन हो गया। यह हादसा भिवानी जिले के मुंढाल गांव के पास बैरियर पर हुआ था। एक ट्रक ने दिल्ली कूच कर रही किसानों की ट्रैक्टर ट्राली को पीछे से टक्कर मार दी थी। जिससे कारण ट्रैक्टर में सवार 45 वर्षीय धन्ना सिह नामक किसान की मौके पर ही मौत हो गई थी।
Written By : Bharti Dubey