बढ़ते दर की सांख्य को रोकने के लिए सरकार अलग अलग उपाय कर रही है। ताकि संक्रमितों की संख्या पर रोक लगायी जा सके।संक्रमितों की सख्या के रोकथाम के लिए अब खोमचे, आटो व रिक्शा चालकों के भी सैंपल लिए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग इसमें नगर निगम, संबंधित एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मदद लेगा। इसके लिए खोमचे एवं आटो रिक्शा चालक की सूची तैयार की जाएगी। दो से तीन दिन में सूची तैयार किए जाने के बाद शिविर लगाकर सैंपलिग की जाएगी।
इसी तरह हर जगह सरकार द्वारा जाँच सीवर लगाया जा रहा है। ताकि हर व्यक्ति की महामारी से जांच की जा सके।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग विभाग कोरोना सैंपलिग की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। विभाग ने प्रतिदिन पांच हजार सैंपलिग का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा बदरपुर बार्डर पर भी सैंपलिग शुरू की है। वहीं पिछले सप्ताह में दो महा शिविर भी लगाए हैं। इनमें 24 हजार से अधिक सैंपल एकत्र किए गए थे। अब खोमचे, आटो एवं रिक्शा चालकों के सैंपल लेने से यह पता चल जाएगा कि जिलेवासी इन लोगों के माध्यम से कोरोना संक्रमण अपने घर तो नहीं ले जा रहे हैं।
नगर निगम व एसोसिएशन से ली जाएगी मदद उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रामभगत के अनुसार नगर निगम में खोमचे वाले रजिस्टर्ड होते हैं। इसके चलते नगर निगम को यह पता होता है कि शहर में कहां पर खोमचे वाले अधिक संख्या में रहते हैं। इसके अलावा जिले में कई जगहों पर आटो स्टैंड बने हुए हैं। इसकी जानकारी नगर निगम एवं पुलिस विभाग को रहती है। विभाग इनसे मदद लेकर ऐसी जगहों को चिन्हित करेगा और वहां पर शिविर लगाएगा।
नगर निगम, पुलिस एवं आटो स्टैंड एसोसिएशन की मदद से विभाग को खोमचे वाले, आटो व रिक्शा चालकों की संख्या की जानकारी मिल जाएगी। उसके हिसाब से विभाग अपनी तैयारी कर सकेगा। इससे पूर्व विभाग संबंधित क्षेत्र के थाने की पुलिस से भी संपर्क करेगा, ताकि स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।