नमस्कार! मैं हूँ फरीदाबाद और आज मैं आपको मेरे क्षेत्र में मचे त्राहिमाम के बारे में बताने जा रहा हूँ। मेरे क्षेत्र में रहने वाले तिलोकचंद शर्मा को लाखों का बिजली बिल जमा करना पड़ रहा है।
पर हैरान करने वाली बात यह है कि तिलोक के घर में अभी ऐसी की सुविधा भी नहीं हैं। ऐसे में इतना बिजली का बिल आना फरीदाबाद बिजली निगम का तमचा है। तिलोक का कहना है कि उनके घर का बिल करीब 20 माह पूर्व 75 लाख रुपये आया था।
शिकायत करवाने के बाद भी बिजली विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए बल्कि बिल आना ही बंद हो गया। अब जब बीस माह बाद बिजली का बिल आया है तो इसने तिलोक के पैर तले जमीन हिला दी है।
20 महीने बाद आए बिल की कीमत 1 लाख 10 हजार से भी ज्यादा है। अब मेरे इस मजबूर शहरवासी को परेशानी बो रही है कि आखिर इतना बिल चुकाऊं तो चुकाऊं कैसे? पर इस पूरे मामले के सामने आने के बाद मेरे बिजली विभाग को मैं सलाम करना चाहता हूँ।
अरे भाई बहुत ही उम्दा कदम उठाए जा रहे हैं बिजली विभाग द्वारा। एकदम अपने नाम की तरह मेरी आवाम को बिजली के झटके दे रहा है।
पर सोचने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही का कारण क्या है?
इसका जवाब मैं देता हूँ आपको बिजली विभाग की लापरवाही का कारण अफसरों की बन्द आंखे हैं। वो नहीं देख पा रहे कि जनता को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी लापरवाही का कारण उनके ठप पड़े कान हैं जो लोगों की गुहार सुनने में असमर्थ हैं।
तिलोक का कहना है कि जब भी उन्होंने शिकायत करवाई तो किसी ने भी नही सुना और सामने से फरमान भेज दिया कि काम हो गया है। वाह रे बिजली निगम तेरी लीला अपरम्पार। बिजली निगम की यह कहानी काफी पुरानी है।
पहले भी कई बार मेरे क्षेत्र में कई लोगों के पास भारी भरकम बिल आ चुके हैं पर इस बार तो हद ही हो गई। यह मामला बिजली निगम के मुँह पर थप्पड़ है तो स्मार्ट सिटी की कार्य प्रणाली के मुँह पर जोरदार तमाचा है।
सोचता हूँ कि जिन झटकों ने मेरी जनता को परेशान किया हुआ है एक बार बिजली विभाग भी उसका सामना करे। खैर मेरे प्यारे बिजली निगम इस मासूम व्यक्ति की गुहार सुनलो इससे पहले कि तुम बेहरे हो जाओ।