इस दूल्हे पर भारी पड़ा किसान आंदोलन, बरात ले जाने में हो गई देरी अकेले मंडप पर बैठी रही दुल्हन

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किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर बैठे हुए हैं और सरकार के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उनकी मांग को पूरा किया जाए। किसान समुदाय की मांग है कि तीन कृषि कानूनों को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। आंदोलन के चलते किसानों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है पर कई लोग ऐसे हैं जिन्हे आंदोलन रास नहीं आ रहा है।

शादियों के इस सीजन में एक दूल्हे को आंदोलन के चलते काफी परेशानी हो रही है। दूल्हे का कहना है कि लड़की वालों ने शादी में 200 बराती बुलाए थे पर किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के चलते उन्हें रिश्तेदारों की लिस्ट कम करनी पड़ी।

इस दूल्हे पर भारी पड़ा किसान आंदोलन, बरात ले जाने में हो गई देरी अकेले मंडप पर बैठी रही दुल्हन

इसके चलते वर पक्ष को सारे रिश्तेदारों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा। दूल्हे के साथ रिश्तेदारों की भी दुल्हन तक पहुँचने में सांस फूल रही है। छह माह पूर्व रोहतक जिले के इंदरगढ़ गाँव में रहने वाले पवन कौशिक की शादी पर किसान आंदोलन की गाज गिर गई है।

इस दूल्हे पर भारी पड़ा किसान आंदोलन, बरात ले जाने में हो गई देरी अकेले मंडप पर बैठी रही दुल्हन

जब शादी का एलान हुआ तब किसी भी तरीके की कोई परेशानी नहीं थी इसी के चलते सभी रिश्तेदारों को भी निमंत्रण पत्र भेजा जा चुका था। पर अब किसान आंदोलन के चलते वर पक्ष को जगहसाई और रिश्तेदारों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है।

इस दूल्हे पर भारी पड़ा किसान आंदोलन, बरात ले जाने में हो गई देरी अकेले मंडप पर बैठी रही दुल्हन

पवन का कहना है कि अगर उन्हें पता होता कि 8 दिसंबर को भारत बंद रहेगा तो शादी के दिन को आगे पीछे कर देते पर उन्हें अब परेशानी उठानी पड़ रही है। पवन सरकार और किसान की लड़ाई से तंग आ चुके हैं इससे उनकी शादी में दिक्कतें आ रही हैं।

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किसानों द्वारा सभी मुख्यमार्गों पर जाम लगा दिया गया है इससे कोई भी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। आपको बता दें कि बहुत सारे वाहन भी रास्तों में फंस गए हैं जिन्हे किसान आगे जाने की इजाजत नहीं दे रहे हैं। ऐसे में पवन की शादी पर भी मुसीबतों का पहाड़ आ टूटा है।