आँखों के सामने आग में झुलस कर मर गए मासूम बच्चे, मदद के लिए चिल्लाने के अलावा कुछ न कर सकी निसहाय माँ

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पल्ला थाना क्षेत्र की टीटू कॉलोनी में शनिवार सुबह हुए हादसे ने स्थानीय निवासियों को झकझोर कर रख दिया। दिल दहला देने वाला यह हादसा शनिवार सुबह 11 बजे के आसपास हुआ। इस हादसे में आग से जलकर 10 झुग्गियां खाक हो गई। इतना ही नहीं झुग्गियों का नुकसान तो हुआ ही पर आग से एक परिवार के दो मासूम बच्चे जिंदा जल गए।

मां की नजरों के आगे दोनों बच्चे आग की लपटों में झुलस रहे थे और मां सिर्फ मदद के लिए चिल्लाने के अलावा कुछ ना कर पायी। दुर्घटना ऐसे हुई कि बच्चों की मां झुग्गी के बाहर चूल्हे पर खाना बना रही थी। इसी दौरान चूल्हे से निकली हुई चिंगारी झुग्गी पर जा गिरी जिसने एक पल में ही भीषण आग पकड़ ली। इसके बाद उस जुग्गी के साथ लगी 10 अन्य झुग्गियां भी आग की चपेट में आ गई।

इससे पहले कोई समझ पाता कि क्या हो रहा है झुग्गी के अंदर बैठे दो मासूम बच्चे आग की लपटों में झुलस गए। बच्चों का नाम किट्टू और बिट्टू बताया जा रहा है। मृतक बच्चों की पहचान यहां रहने वाले राजीव के 5 साल के बेटे के 2 और 3 साल के बिट्टू के रूप में हुई है। बच्चों के पिता का नाम राजीव और माँ का नाम अमृता।

बता दें कि राजीव इकोग्रीन कंपनी के कूड़ा कलेक्शन सेंटर से कबाड़ा लाकर प्लास्टिक, धातु व कागज अलग-अलग कर बेचने का काम करता है। पहचान फरीदाबाद की टीम ने जब इस परिवार के बारे में और जानने की कोशिश की तो पता चला कि यह परिवार मूल रूप से नालंदा बिहार निवासी है। बच्चों के चाचा बैजू ने बताया कि वह सुबह भाई राजीव के साथ कूड़ा कलेक्शन सेंटर पर चला गया था और राजीव की पत्नी अमृता ही रोजमर्रा का काम कर रही थी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि झुग्गी के बाहर चूल्हे पर खाना बनाते समय कोई चिंगारी झुग्गी पर जा गिरी जिसने तुरंत आग पकड़ ली।

सहायक मंडल अग्निशमन अधिकारी आरएस दहिया का कहना है कि सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां और अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई। यहाँ 50 से अधिक झुग्गियां हैं जिसमें से लगभग 10 झुग्गियां आग की चपेट में आ गई। इन झुग्गियों में प्लास्टिक व कागज का कबाड़ा भरा हुआ है। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया अगर थोड़ी भी देर होती आग भड़क सकती थी और अन्य झुग्गियों को भी चपेट में ले सकती थी।