हरियाणा सरकार ने सात साल से अधिक की सजा काट रहे कैदियों की पैरोल बढ़ाकर उसे 15 फरवरी तक कर दिया है। इससे मनोज भाटी हत्याकांड के मास्टरमाइंड मनोज मांगरिया की तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच की परेशानी भी ज्यादा बढ़ गई है।
कैदियों की पैरोल पहले 30 दिसंबर तक ही थी। मनोज मांगरिया अंबाला सेंट्रल जेल से पैरोल पर था। उसका रिकार्ड रहा है कि अभी तक पैरोल जंप नहीं की। इससे क्राइम ब्रांच का अनुमान था कि मांगरिया 30 दिसंबर को अंबाला जेल में सरेंडर कर देगा, मगर जैसे ही पैरोल बढ़ने की सूचना मिली, क्राइम ब्रांच की चिता बढ़ गई।
मांगरिया बेहद चालाक है, उसे ढूंढना क्राइम ब्रांच के लिए बहुत टेढ़ी खीर है। उसे तलाश करने के लिए क्राइम ब्रांच वैसे भी कई जगह की खाक छान चुकी हैं पिछले बुधवार को गांव अमीपुर निवासी कारोबारी मनोज भाटी की सेक्टर-31 श्रमिक विहार में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी।
हत्या का आरोप गैंगस्टर मनोज मांगरिया पर है। पुलिस उसके चार शूटर सहित पहले ही छह लोग को गिरफ्तार कर चुकी है। मांगरिया व एक अन्य शूटर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है । क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 प्रभारी विमल कुमार और क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 प्रभारी संदीप मोर अपनी टीमों के साथ लगातार बदमाशों की तलाश में जुटी हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम ने मसूरी के एक फार्महाउस में भी छापेमारी की, मगर वहां उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। यूपी के कई जिलों में भी क्राइम ब्रांच छापेमारी कर चुकी है। दो दिन पहले क्राइम ब्रांच की टीम गांव मांगर में मांगरिया के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी थी, मगर वहां कुछ नहीं मिलां मांगरिया वहां से पहले ही फरार हो गया था।